वाशिंगटन (US) : 5G नेटवर्क पर बेहतरीन काम कर जिओ दुनिया की इन कंपनियों में शुमार हुई है।
भारत चीन सीमा विवाद के हाल के घटनाक्रम से दोनों देशों में टकराव काफी बढ़े हुए हैं। देश में रेलवे, थर्मल प्रोजेक्ट से जुड़े ठेकों को चीनी कंपनियों से छीना जा रहा है।
वहीं भारतीय दूरसंचार कंपनियों में सबसे प्रबल जिओ अपना 5G नेटवर्क बगैर चीनी तकनीकी व उपकरणों के तैयार कर रहा है। चीनी कंपनियों को 5G नेटवर्क से दूर रखने के अमरीकी प्रयास में जिओ भी खरा उतरा है। जिसको लेकर अमेरिका ने जियो को सराहा भी है और इसे “क्लीन टेलीकॉम्स” का तमगा दे दिया है।
आज अमरीकी विदेश मंत्री माइक पाम्पियो नें जारी किए अपने एक बयान में भारतीय टेलीकॉम कंपनी जिओ को दुनिया की तीन अन्य कम्पनियों टेलिफ़ोनिका, ऑरेंज, टेलेस्ट्रा के साथ क्लीन टेलीकॉम्स बताया है।
क्लीन टेलीकॉम्स का मतलब है कि ये कंपनियां अपने नेटवर्क को तैयार करने में चीनी तकनीक का एक भी इस्तेमाल नहीं कर रही हैं।
The tide is turning toward trusted 5G vendors and away from Huawei. The world’s leading telecom companies—Telefonica, Orange, Jio, Telstra, and many more—are becoming “Clean Telcos.” They are rejecting doing business with tools of the CCP surveillance state, like Huawei.
— Secretary Pompeo (@SecPompeo) June 24, 2020
दरअसल ट्रंप जब फरवरी के अंतिम सप्ताह में भारत के दौरे पर आए थे तो उन्होंने रिलायंस जियो के मालिक मुकेश अंबानी से 5G नेटवर्क पर सवाल पूछा था कि “आप 4जी पर काम कर रहे हैं। क्या आप 5जी पर भी जाने की तैयारी कर रहे हैं।”
इसके जवाब में मुकेश अंबानी ने कहा था कि “हम 5जी में भी जाने की तैयारी कर रहे हैं। हम दुनिया में अकेला ऐसा नेटवर्क हैं, जिसमें किसी चीनी कंपोनेंट का यूज नहीं किया गया है।”
#JustIn – The economy has never been as good as this right now: US President Donald Trump tells Mukesh Ambani, CMD, Reliance Industries Ltd#NamasteTrump pic.twitter.com/ZWq0lAhHHy
— CNNNews18 (@CNNnews18) February 25, 2020
इससे पहले अमेरिकी सरकार ने चीन की टेलिकॉम कंपोनेंट तैयार करने वाली कंपनियों Huawei और ZTE को सुरक्षा के लिए खतरा करार दिया था। अमेरिका का कहना था कि चीन सरकार के आदेश पर ये कंपनियां अपने उपकरणों के जरिए जासूस कर रही हैं।
Donate to Falana DIkhana: यह न्यूज़ पोर्टल दिल्ली विश्विद्यालय के मीडिया छात्र अपनी ‘पॉकेट मनी’ से चला रहे है। जहां बड़े बड़े विश्विद्यालयों के छात्र वामपंथी विचारधारा के समर्थक बनते जा रहे है तो वही हमारा पोर्टल ‘राष्ट्रवाद’ को सशक्त करता है। वही दिल्ली विश्विद्यालय जैसे प्रतिष्ठित संस्थान में पढ़ रहे हमारे युवा एडिटर्स देश में घट रही असामाजिक ताकतों के खिलाफ लेख लिखने से पीछे नहीं हटते बस हमें आशा है तो आपके छोटे से सहयोग की। यदि आप भी हम छात्रों को मजबूती देना चाहते है तो कम से कम 1 रूपए का सहयोग अवश्य करे। Paytm, PhonePe, Bhim UPI, Jio Money, व अन्य किसी वॉलेट से से डोनेट करने के लिए PAY NOW को दबाने के बाद अमाउंट व मोबाइल नंबर डाले फिर ‘Other’ में जाकर वॉलेट ऑप्शन चूज करे। सादर धन्यवाद, ‘जयतु भारतम’
Why Shivendra Tiwari is writing this piece?
Shivendra Tiwari is a student of journalism at the University of Delhi. Shivendra comes from a very remote village of Riwa situated in Madhya Pradesh. Shivendra’s knowledge about regional and rural politics defines his excellence over the subject. Apart from FD, he writes for ‘Academics 4 Namo’ and ‘Academics for Nation’ to express the clear picture of right-wing in the rural areas. Moreover, Tiwari Ji is from a science background and had scored more than 95% in his intermediate exams!