प्रतापगढ़: उत्तर प्रदेश के छोटे शहर में जातिवाद का काला रूप सबके सामने आया है। जहां कोई पीड़ित मदद की गुहार लगाए और वहीं उसे उसकी जात के कारण माँ बहन की गालिया सुननी पड़े तो कोई क्या इंसाफ करेगा।
मामला प्रतापगढ़ के जेठवारा थाना का है जहां एक बहन को ससुराल वालो द्वारा मारे जाने पर एक भाई ने मदद के लिए जब थानाध्यक्ष से गुहार लगाई तो नशे में चूर थानाध्यक्ष जी ने माँ बहन बेटी की ऐसी ऐसी गालिया बकी जिसे सुन कोई भी व्यक्ति लज्जित हो जाये।
1 मिनट चली इस वार्तालाप में जैसे ही जेठवारा थानाध्यक्ष विनोद यादव को यह मालूम पड़ा कि पीड़ित एक ब्राह्मण तो वैसे ही यादव जी के बोल ही बदल गए। जेठवारा थानाध्यक्ष विनोद यादव के शब्द इतने गंदे थे कि हम न तो यहाँ लिख सकते है न ही यहाँ सुना सकते है। खैर सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो को आप सुन जरूर सकते है।
प्रतापगढ़ के थानेदार को एसपी ने किया निलंबित
पहली नजर में आये मामले को जैसा ही पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह ने सुना तो उन्होंने थानाध्यक्ष को जांच के बाद निलंबित कर दिया। एसपी ने मामले की जांच एएसपी पश्चिमी दिनेशचंद्र द्विवेदी को सौंपी है। वहीँ पूर्व विधायक व भाजपा नेता बृजेश मिश्र सौरभ ने प्रकरण की शिकायत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से की है। उन्होंने सीएम को पत्र लिखकर गालीबाज इंस्पेक्टर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर बर्खास्त करने की मांग की है।
क्यों किया था थानाध्यक्ष को फ़ोन
प्रतापगढ़ के मानधाता थाना क्षेत्र के रहने वाले रोहित की बहन बबिता की शादी वर्ष 2009 में जेठवारा बाजार निवासी सुभाष के साथ हुई थी। शादी के बाद से ही सुभाष दहेज की मांग को लेकर बबिता को मारता पीटता था। बीते मंगलवार की रात को भी एक बार फिर बबिता को पिट रहे सुभाष व उसके घरवालों से बचाने के लिए उसका भाई रोहित पांडेय बहन के घर पंहुचा।
घटना की जानकारी उसने जेठवारा थानाध्यक्ष विनोद यादव के सीयूजी नंबर पर देते हुए मदद की गुहार लगाई। फोन पर उससे बातचीत के दौरान इंस्पेक्टर ने जैसे सुना वह ब्राह्मण है उनका आपा खो गया। बाह्मन जात पुकारते हुए उन्होंने माँ बहन बेटी की दर्जनों बेहद आपत्तिजनक गालिया दे डाली व मदद की बजाये उनकी माँ के खिलाफ बेहद ही असहनीय टिप्पड़ी कर दी।
थानाध्यक्ष का गुस्सा सिर्फ यही तक नहीं रुका उन्होंने मौके पर पहुंचने के बाद उसके पिता को मारने के लिए डंडा ताना और जमकर गालियां दीं।
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