बिहार चुनाव से पहले RJD नें मनु मूर्ति हटाने का खेला दांव, लोकसभा में सवर्ण आरक्षण का किया था विरोध

पटना (बिहार) : लोकसभा में सवर्ण आरक्षण का विरोध कर जमीन पाने वाली RJD फिर जातिगत मुद्दे उठा रही है।

2019 में संसद सवर्ण आरक्षण का मुखर हो कर विरोध करने वाली RJD अब बिहार में अपनी खोई जमीन वापस करने में जुट गई है। देश में जातिगत राजनीति के लिए जानी गई लालू प्रसाद यादव की पार्टी आगामी बिहार विधानसभा चुनाव से पहले फिर से जातिगत मुद्दे उकेरने में लग गई है।

चुनाव से पहले अब RJD नें मनु की मूर्ति को मुद्दा बना लिया है। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता व राज्यसभा सांसद मनोज कुमार झा नें राजस्थान हाईकोर्ट के बाहर स्थापित मनु की मूर्ति को हटाने की माँग की है।

Manu Statue near Rajasthan Highcourt

ज्ञात हो कि RJD राजस्थान की कांग्रेस पर मूर्ति हटाने के लिए इसलिए भी दवाब डाल रही है क्योंकि बिहार चुनाव में RJD कांग्रेस साथ मिलकर लड़ेगी। जैसा कि झारखंड में हेमंत सोरेन की JMM सरकार में दोनों शामिल हैं।

अब राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज झा नें अपने एक बयान में मनु मूर्ति को हटाने की माँग करते हुए कहा कि “एक संविधान सम्मत समाज और देश जिसमे बिना भेदभाव के स्वतंत्रता, न्याय और समता के साथ आगे बढ़ने की सम्भावना हो उसे उन छवियों से विलग पहचान बनानी होगी जो छवियाँ/विचार समाज में असमानता और वैमनष्य बनाये रखने का व्याकरण देता हो। मनु की मूर्ति हटाओ।”

मनु की मूर्ति हटाने के लिए बिल लाए कांग्रेस: भीम आर्मी

राजस्थान की राजधानी स्थित हाई कोर्ट में लगी मनु की मूर्ति को हटाने के लिए भीम आर्मी अब खुद मैदान में आ चुकी है। भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आज़ाद ने मनु की मूर्ति को परिसर से हटाने के लिए राजस्थान सरकार को धमकी देते हुए कहा कि राहुल गाँधी को राजस्थान में बिल पारित कर मनु की मूर्ति को तत्काल परिसर से हटा दे चाहिए वर्ना भीम आर्मी जबरन उसे वहां उसे उखड फेकेंगी।

आपको बता दें कि इससे पहले दलित एक्टिविस्ट दिलीप मंडल ने इस विषय पर द प्रिंट में एक लेख लिखते हुए मनु विवाद को हवा दी थी।

दुनिया भर में चल रहे प्रदर्शनों से प्रेरणा लेकर भीम आर्मी चीफ ने मनु की मूर्ति हटाने की धमकी दी है

दुनिया भर में रेसिस्ट नेताओं व स्लेव ट्रेडर्स की मूर्तियों को प्रदर्शन कर रहे लोग तोड़ रहे है जिसके बाद भीम आर्मी चीफ ने भी राजस्थान परिसर में लगी मूर्ति को तोड़ने की बाते कही है।

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Why Harsh Meena is writing this piece?
Harsh Meena is a student of journalism at the University of Delhi. He reads and writes Dalit politics for exposing the venom spread by the so-called Dalit organizations. Besides, he is known for being vocal about the forceful conversions of the Hindu Dalits. Fun Fact, Dalit organizations hate him for exposing their nexus with Jay Meem!

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