बुलगढ़ी: बहुचर्चित हाथरस केस में अब एक नया मोड़ सामने आया है जिसमें पॉलीग्राफ टेस्ट में तीनों आरोपी खरे उतरें हैं जबकि मुख्य आरोपी संदीप का झूठ पकड़ा गया है।
यह टेस्ट सीबीआई ने गांधीनगर (गुजरात) ले जाकर कराया था जहां सभी आरोपियों से सीबीआई ने घटनाक्रम को लेकर अहम सवाल पूछे थे। जिसके जवाब में आरोपियों ने अलग अलग होकर उत्तर दिए थे। जिसमे अमर उजाला के हवाले से खबर है कि तीन आरोपियों रामू, रवि व लव-कुश के जवाब पाली ग्राफी टेस्ट की कसौटी पर खरे उतरे है।
ज्ञात हो कि हाथरस में बीते 14 सितंबर को एक हाई प्रोफ़ाइल रेप की वारदात हुई थी जिसके बाद 29 सितंबर को पीड़िता ने अस्पताल में दम तोड़ दिया था। जिसकी जांच सीबीआई के द्वारा की जा रही है।
सीबीआई ने इसी क्रम में आरोपियों का पॉलीग्राफी टेस्ट करवाया था। जहां तीन आरोपी रामू रवि व लव कुश के जवाब पॉलीग्राफी टेस्ट की कसौटी पर खरे उतरे है। इनसे जब यह पूछा गया कि क्या उन्होंने 14 सितंबर को संदीप और पीड़िता को सुबह छोटू के खेत पर देखा तो इनका उत्तर ‘ नहीं ‘ था। आगे जब इनसे पूछा गया कि, क्या 14 सितंबर को वह छोटू के खेत के पास पीड़िता से मिले थे तो भी इनका उत्तर ‘ न’ ही था।
संदीप और पीड़िता के बीच रिश्तों की जानकारी के बारे में पूछने पर इनका जवाब ‘ न ‘ ही था। घटना को लेकर अपने बचाव में इन तीनों ने जो उत्तर दिए, वह पॉलीग्राफी टेस्ट के हिसाब से सही दिए गए है।
सबसे पहले फलाना दिखाना की टीम ने बताई था प्रेम प्रसंग व तीनो आरोपियों के न शामिल की बाते
हमने जब सर्वप्रथम इस प्रकरण पर रिपोर्ट प्रकाशित करी थी तो अन्य मीडिया दाना पानी लेकर एक तरफ़ा रिपोर्टिंग कर माहौल बिगाड़ने में लगे हुए थे। जिसके बाद हमारी टीम ने सभी सबूतों के साथ दोनों के मध्य प्रेम प्रसंग होने की बाते प्रकाशित करी थी। वहीं तीन अन्य आरोपियों के घटनास्थल पर न मौजूद होने की बात लोगो के सामने लाई थी। जिसकी तर्ज पर ही CBI व पॉलीग्राफी टेस्ट की बाते की गई थी।
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