रीवा: मध्यप्रदेश के रीवा जिले में सिंचाई तालाब से किसान प्यारेलाल की फसल लहलहा उठी। इसी कारण आजकल वो चर्चा में हैं।
सूचना है कि अनूठे प्रयोग से सिंचाई तालाब के कारण सिंचाई सुविधा होने से 25 से बढ़कर 90 क्विंटल गेंहू तथा 30 से बढ़कर 34.8 क्विंटल धान का हुआ उत्पादन।
दरअसल रीवा जिले के अंतर्गत जनपद पंचायत हनुमना के ग्राम लोढ़ी के किसान प्यारेलाल कभी अपने खेतों की सिंचाई के लिये आसमान की ओर आशा भरी नजरों से देखा करते थे। बारिश हुई तो फसल अच्छी होने की उम्मीद रहती थी। यदि बारिश नहीं होती थी तो प्यारेलाल की आखें निराशा में सूनी हो जाती थी। फसल अच्छी नहीं हुई तो परिवार के जीवन यापन की समस्या सामने रहती थी।
किसान प्यारेलाल के पास खेती के लिये पर्याप्त जमीन थी लेकिन सिंचाई सुविधा न होने के कारण 25 क्विंटल तक गेंहू का उत्पादन होता था वहीं 30 क्विंटल धान मिल जाती थी। समिति में गेंहू बेचने पर उन्हें एक लाख 4 हजार रूपये ही प्राप्त होते थे। इससे बड़ी कठिनाई के साथ जीवन यापन होता था।
इसी बीच माइक्रों वाटरशेड कमेटी लोढ़ी द्वारा किसान प्यारेलाल सिंह का चयन सिंचाई तालाब के लिये किया गया। प्यारेलाल के खेत में सिंचाई होने लगी। खेतों में सिंचाई सुविधा मिलने से प्यारेलाल की फसल लहलहा उठी सिंचाई सुविधा मिलने से पहली बार 90 क्विंटल गेंहू तथा 34.8 क्विंटल धान मिला।
प्यारेलाल ने पहली बार समिति के माध्यम से 235110 रूपये का गेंहू बेचा। प्यारेलाल ने कहा कि जलग्रहण के कार्य होने से समृद्धि आयी है। अब अच्छी फसल होने लगी है। यह योजना हमारे लिये वरदान साबित हुई।