कानपुर: जिले के नामी गिरामी इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ने वाले एक छात्र का प्लेसमेंट होने पर साथी छात्र द्वारा मारपीट कर एससी एसटी एक्ट में जेल भेजने का प्रकरण सामने आया है। मामला जिले के पीएसआइटी इंजीनियरिंग कॉलेज का है जहां दो साथी एक ही हॉस्टल के कमरे में रहते थे। इसी बीच दोनों में किसी बात को लेकर छूट पुट मन मुटाव होना शुरू हो गया था। दोनों छात्रों के तीसरे वर्ष तक आते आते कई बार नोक झोक की खबरे भी सामने आई है।
जानकारी के अनुसार इस दौरान छात्र आशुतोष पांडेय का एक बड़ी MNC कंपनी में प्लेसमेंट हो गया। आरोप है कि इसी बात से ‘पहले से खफा’ चल रहे अन्य छात्र ऋतिक सोनकर ने 3 मार्च को दोपहर करीब 130 बजे आशुतोष पांडेय को घेरकर लात घुसो से बुरी तरह पीट दिया। घटना की जानकारी होने पर आशुतोष के दोस्त भी बीच बचाव में आये जिसमे ऋतिक को भी कई चोटे आ गयी।
लड़ाई ख़त्म होने के बाद आशुतोष पक्ष के लोग वापस कॉलेज चले गए जबकि पहले से खफा चल रहा दूसरा पक्ष थाने पहुंच गया। जहां ऋतिक सोनकर की ओर से उसके मित्र अमित पाल द्वारा एससी एसटी एक्ट में FIR दर्ज कराई गई। वहीं आरोप है कि मामले में ऋतिक की कथित चाची व भाजपा विधायक सरोज सोनकर भी कूद पड़ी जिनके दबाव में छात्र आशुतोष को जेल भेजा गया।
BJP विधायिका बोली “आशुतोष पांडेय विकास दुबे गैंग का ब्राह्मण है इसका एनकाउंटर कर देना चाहिए”
मामले में दखल देने पहुंची बहराइच से विधायक सरोज सोनकर पर आशुतोष पांडेय के एनकाउंटर करने की बाते करने का आरोप लगा है। परिजनों ने बताया कि उन्होंने अन्य अभिभावकों के सामने आशुतोष पांडेय को विकास दुबे गैंग का बताकर एनकाउंटर करने का सुझाव दिया था। वहीं भाजपा विधायिका के दखल देने के बाद ही आशुतोष को पुलिस ने जेल भेजकर FIR में धारा 307 की बढ़ोतरी की थी।
ऋतिक सोनकर ने घटना से पहले फ़ोन कर आशुतोष को दी थी जान से मारने की धमकी
प्रकरण के पहले ऋतिक सोनकर द्वारा आशुतोष को माँ बहन की गन्दी गन्दी गालिया देते हुए जान से मारने की धमकी देने का ऑडियो वायरल हुआ है। जिसमे ऋतिक आशुतोष को अश्लील गालिया देते हुए संभलकर बाहर निकलने की धमकी दें रहा है।
इस विषय पर जब हमने ऋतिक को फ़ोन मिलाकर उनका पक्ष जानने का प्रयास किया तो उन्होंने ऑडियो का वर्णन होने पर तुरंत फ़ोन काट दिया। जिसके बाद उन्होंने हमारा फ़ोन नहीं उठाया। वहीं ऋतिक के पिता को भी हमारी टीम ने संपर्क किया जिन्होंने कथित ऑडिओ का वर्णन सुनते ही फ़ोन काट दिया।
बेटा जेल में, माता पिता का रो रोकर बुरा हाल
कॉलेज में जानकारी करने पर ज्ञात हुआ कि आशुतोष काफी सीधा छात्र था। उसका हाल ही में एक कंपनी में चयन हुआ था। एकाएक बेटे को जेल जाते देख माता पिता का रो रोकर बुरा हाल हो गया है। आशुतोष के प्रकरण पर अन्य छात्र भी हैरान है कि आखिर कॉलेज जीवन में चलने वाले मुद्दे को कैसे दलित उत्पीड़न का मुकदमा बनाकर एक छात्र को जेल भेज दिया गया है।