मुंबई: महाराष्ट्र के हाल के घटनाक्रमों को लेकर आरपीआई अध्यक्ष रामदास अठावले ने राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की माँग की है।
केंद्रीय मंत्री व आरपीआई अध्यक्ष रामदास अठावले ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है। इस पत्र में उन्होंने 25 फरवरी को एंटिलिया ( मुकेश अंबानी के निवास स्थान) के पास अल्टामाउंड रोड पर विस्फोटक के साथ एक कार मिलने का जिक्र किया है।
इसके अलावा इस प्रकरण में मुंबई पुलिस के अधिकारी रहे सचिन वाजे की भूमिका को भी उल्लिखित किया है। वहीं हाल में पूर्व मुंबई पुलिस कमिश्नर परम वीर सिंह द्वारा लगाए गए आरोपों कि, महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने उन्हें प्रति माह 100 करोड़ रुपए जमा करने का लक्ष्य दिया था, का भी जिक्र है।
इस पत्र में अठावले कहते हैं कि अब महाराष्ट्र राज्य में कानून और व्यवस्था बहुत खराब और अनियंत्रित है और महाराष्ट्र के लोगों की उपेक्षा की जा रही है और महाराष्ट्र सरकार भी इस मामले को संभालने में पूरी तरह से विफल है। महाराष्ट्र में कोई कानून-व्यवस्था नहीं है और लोगों को उम्मीद है कि उनके विकास के लिए महाराष्ट्र के लोगों के कल्याण के लिए कुछ लक्ष्य तय किए जाएंगे।
उन्होंने ये भी कहा कि कोविड 19 मरीजों की गिनती के अनुसार पूरे देश में, महाराष्ट्र राज्य अपने राज्य में सबसे अधिक कोविड -19 रोगी है और महाराष्ट्र सरकार भी कोविड -19 रोगियों को कम करने के लिए उचित बुनियादी ढाँचे की व्यवस्था करने में विफल है, कोरोना रोगियों की गिनती लगातार बढ़ रही है।
अंत उन्होंने कहा कि मैं महाराष्ट्र राज्य में राष्ट्रपति शासन लाने की मांग करता हूं, क्योंकि महाराष्ट्र सरकार महाराष्ट्र की जनता की आवश्यकताओं को पूरा करने में पूरी तरह से विफल है। इसलिए मेरी पार्टी आपको महाराष्ट्र राज्य में महाराष्ट्र के लोगों की बेहतरी, सुरक्षा और सुरक्षा के लिए राष्ट्रपति शासन लागू करने की पुरजोर सिफारिश कर रही है।