रीवा: कोरोना मरीजों के लिए ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए मध्यप्रदेश के सभी जिलों में युद्ध स्तर पर कार्य चल रहा है। इसी क्रम में रीवा में मशीन पहुँचने के बाद मात्र 2 दिन में प्लांट स्थापित कर इसे चालू किया गया।
मध्यप्रदेश जनसपंर्क द्वारा साझा जानकारी के मुताबिक इस प्लांट से 29 अप्रैल से प्रतिदिन 100 सिलेण्डरों में ऑक्सीजन भरने का काम शुरू हो गया है। इससे सुपर स्पेशिलिटी हास्पिटल में मांग के अनुसार ऑक्सीजन की शत-प्रतिशत आपूर्ति हो जायेगी। साथ ही संजय गांधी हास्पिटल को आवश्यकता पड़ने पर ऑक्सीजन उपलब्ध करायी जा सकेगी।
रोगियों के उपचार के लिये समर्पित भाव से कार्य करने के जज्बे और जुनून ने असंभव से लगने वाले कार्य को संभव कर दिखाया है। इस प्लांट को लगाने में पूर्व मंत्री एवं विधायक रीवा राजेन्द्र शुक्ल तथा जिले के कई समाजसेवियों ने अतुलनीय योगदान दिया है।
रीवा के कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने बताया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देशानुसार एवं उनके मार्गदर्शन में सुपर स्पेशिलिटी हास्पिटल में ऑक्सीजन प्लांट लगाने के लिये टेंडर सहित पूरी प्रक्रिया केवल सात दिनों में पूरी की गई।
कम अवधि का टेण्डर जारी करके दिल्ली से ऑक्सीजन प्लांट बुलवाया गया। कुल 89 लाख रूपये की लागत से प्लांट स्थापित किया गया। दिल्ली से मशीनें बाहर निकलने में कई बाधाएं आ रही थीं। विभिन्न स्तर पर प्रयास करके मशीनें प्राप्त की गयी। प्लांट स्थापित करने के लिये बिजली की लाइन, गैस लाइन तथा अन्य आवश्यक तैयारियां मशीन पहुंचने के पूर्व ही कर ली गयी।
मशीन को स्थापित करने में इंजीनियर नीरज सिंह तथा उनके सहयोगियों ने लगातार दो दिनों तक अथक परिश्रम किया। परिणामस्वरूप 27 अप्रैल को ऑक्सीजन प्लांट बनकर तैयार हो गया। इसका परीक्षण करने में लगभग 30 घंटे का समय लगा। अंतत: 29 अप्रैल को प्लांट से सिलेण्डरों में ऑक्सीजन भरने की प्रक्रिया शुरू हो गई।
यह प्लांट वातावरण से ऑक्सीजन लेकर उसे संघनित करके सिलेण्डरों में भरता है। स्थानीय स्तर पर प्रतिदिन 100 सिलेण्डर की उपलब्धता से गंभीर रोगियों के उपचार में बड़ी सहूलियत मिलेगी। ऑक्सीजन प्लांट लगाने में डॉ. अवतार सिंह, लोक निर्माण विभाग के अधिकारी तथा कर्मचारी एवं इंजीनियरों ने सराहनीय योगदान दिया।