बाड़मेर: राजस्थान के बाड़मेर जिले में प्रकरण सामने आया है जहां दलित सरपंच पति और उनके परिवार को सामान्य सीट पर चुनाव जीत जाने के कारण कुछ मुस्लिम युवकों द्वारा हमले का शिकार होना पड़ा।
इस संबंध में सरपंच के देवर सिद्धाराम ने सेड़वा थाना में एक शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत में सिद्धाराम ने आरोप लगाया कि गत वर्ष 26 सितंबर को ग्राम पंचायत “पंधी का निवान” में सरपंच के चुनाव हुए जिसमें उनकी भाभी श्रीमती रजनी देवी पत्नी कसूराम मेघवाल ने सामान्य सीट पर चुनाव लड़कर जीत दर्ज की।
इस जीत के कारण गांव के ही अकबर, रमजान, जहांगीर और उनके साथी मुस्लिम युवकों में आक्रोश व्याप्त हो गया क्योंकि सजनी देवी सामान्य सीट से चुनाव लड़ी थी। सरपंच का चुनाव जीत लेकर तुरंत बाद से ही इन मुस्लिम युवकों द्वारा दलित सरपंच के परिवार को लगातार जातीसूचक शब्दों का इस्तेमाल कर और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया।
सरपंच के देवर सिद्धाराम ने बताया कि उनका परिवार ग्राम पंचायत के सरपंच पद का प्रतिनिधित्व करता है तो सामाजिक सौहार्द ना बिगड़े इसके लिए दलित सरपंच के परिवार ने आरोपियों के साथ आपसी समझाइश कर मामला शांत किया।
परंतु 15 मई शनिवार को आरोपी रमजान जहांगीर अकबर तरावली जाकर खालिद बाबू खान नसीम और उनके कुल लगभग 25 साथियों ने सिद्धाराम के ऊपर हमला कर दिया। हमले में सिद्धाराम को शारीरिक चोटी आई। इसके अलावा आरोपी द्वारा दलित सरपंच के परिवार को जातिगत रूप से अपशब्द कहकर भी प्रताड़ित किया गया।
सीताराम के अनुसार मुस्लिम आरोपी उनकी जान लेने पर उतारू थे परंतु गांव के कुछ लोगों ने बीच-बचाव कर मामला शांत करवाया। इसके बाद घटना के दिन ही 15 मई शाम को सिद्धा राम ने पुलिस थाने जाकर नामजद आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई परंतु पुलिस की ओर से अभी तक आरोपियों पर कोई कार्यवाही नहीं हुई है।
उधर बाड़मेर पुलिस ने भी इस पूरे मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। पुलिस ने कहा है कि प्रकरण दर्ज किया जा चुका है और निष्पक्ष अनुसंधान किया जा रहा है।