लखनऊ: उत्तर प्रदेश एटीएस ने मुजफ्फरनगर निवासी मौलाना कलीम सिद्दीकी को एटीएस द्वारा भंडाफोड़ करने वाले देश के सबसे बड़े धर्मांतरण सिंडिकेट के सिलसिले में गिरफ्तार किया है।
एडीजी (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बताया कि बीती रात लगभग 9 बजे मौलाना कलीम सिद्दिकी को उत्तर प्रदेश एटीएस ने मेरठ से गिरफ्तार किया है।
पुलिस के मुताबिक मौलाना कलीम जामिया इमाम वलीउल्लाह ट्रस्ट चलाता है जो कई मदरसों को फंड करता है जिसके लिए उसे भारी विदेशी फंडिंग मिली।
एडीजी के अनुसार जांच में तथ्य प्रकाश में आए कि मौलाना कलीम सिद्दिकी अवैध धर्मांतरण के कार्य में लिप्त है और विभिन्न प्रकार की शौक्षणिक, सामाजिक, धार्मिक संस्थाओं की आड़ में यह देशव्यापी स्तर पर किया जा रहा है, जिसके लिए विदेशों से भारी फंडिंग प्राप्त की जा रही है।
प्रशांत कुमार ने बताया कि अभी तक की जांच के अनुसार मौलाना के ट्रस्ट के खाते में एकमुश्त 1.5 करोड़ रुपया बहरीन से आया है। अब तक की जांच से कुल 3 करोड़ रुपये की फंडिंग के साक्ष्य प्राप्त हुए हैं। इस मामले की जांच के लिए एटीएस की छह टीमों का गठन किया गया है।
एटीएस महानिरीक्षक जीके गोस्वामी ने धर्मांतरण को लेकर बड़ा दावा करते हुए कहा कि सिंडिकेट ने भारत में लगभग 1000 लोगों का धर्म परिवर्तन किया है।