गोरखपुर: मुख्यमंत्री के गृह जनपद में हुई अंकुर शुक्ला(Ankur Shukla) की हत्या ने जहां पुलिस पर कई सवाल खड़े किये है तो वहीं आरोपियों के पक्ष में BJP की समर्थक निषाद पार्टी(Nishad Party) आ खड़ी हुई है। पार्टी के प्रदेश प्रभारी सरवन निषाद रामपुर टप्पा गांव गए और निषाद समुदाय से जुड़े हत्यारोपियों मनीष उर्फ कट्टा, अवधेश साहनी, सोनू और जयहिंद के परिजनों से मिले। उन्होंने आरोपियों के उत्पीड़न का आरोप भी लगाया है।
प्रदेश प्रभारी के बाद निषाद पार्टी के राष्ट्रीय सचिव बहादुर निषाद समर्थकों संग आरोपितों के घर पर समर्थन देने पहुंचे थे जिससे पीड़ित परिवार भय के माहौल में जीने को मजबूर है। हालाँकि बढ़ते दबाव में पुलिस ने दो नामजद आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है लेकिन सोनू व जयहिंद फरार है।
पीड़ित परिवार का यह भी आरोप है कि निषाद पार्टी के नेताओं के ही दबाव में पुलिस ने इस मामले में शुरू से एक तरफा कार्रवाई की थी। जिसकी वजह से दिन दहाड़े अंकुर की बेरहमी से हत्या कर दी गई। वहीं, सोमवार को कलेक्ट्रेट परिसर में अंकुर शुक्ला के पिता महेन्द्र नाथ शुक्ला, बड़े भाई राहुल शुक्ला, आंजनेय शुक्ला धरने पर बैठे थे। परिजनों का कहना था कि चार माह पूर्व में भी हुए विवाद में पुलिस ने आरोपियों से समझौता का दबाव बनाया था। साथ ही समझौते के नाम पर 32 हज़ार रुपये लिए गए थे।
पिता ने चिपकाया था घर बिकाऊ का पोस्टर
आरोपियों के भय के कारण पिता ने घर के बाहर घर बेचने का पोस्टर चस्पा किया था। पिता के मुताबिक बढ़ते दबाव में उन्हें अन्य सदस्यों की हत्या का भी डर है। जिस कारण वह घर बेचकर जाने को मजबूर है।
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