मुंबई: SP विनय तिवारी के जबरन क्वारन्टीन से अब मुंबई प्रशासन पर सवाल खड़े हुए हैं।
बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह की मौत की जांच पर खुद महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने असंतोष व्यक्त किया है। क्योंकि सुशांत सिंह राजपूत सुसाइड केस की जांच में अब महाराष्ट्र और बिहार पुलिस आमने-सामने आ गई हैं। जांच के लिए रविवार को मुंबई पहुंचे पटना के एसपी विनय तिवारी को बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने क्वारैंटाइन कर दिया था।
मुंबई में बिहार पुलिस के साथ बर्ताव पर फणनवीस ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि यह वास्तव में बहुत अजीब है कि महाराष्ट्र सरकार बिहार पुलिस को अपने कर्तव्यों का पालन करने की अनुमति न देकर अनावश्यक संदेह में आ रही है।”
आगे उन्होंने पुलिस अधिकारियों की को क्वारन्टीन करने को उदाहरण देकर गलत ठहराया। बोला कि “COVID19 महामारी के इन कठिन समयों में आधिकारिक सार्वजनिक सेवा करने वाले अधिकारियों को क्वारन्टीन नहीं किया जा सकता है। केरल की एक मेडिकल टीम ने मुंबई का दौरा किया, विकास दुबे मामले की जांच करने के लिए यूपी पुलिस आई, बिहार पुलिस की एक टीम 4 दिन से पहले से ही मुंबई में काम कर रही है, लेकिन उनमें से किसी को भी क्वारन्टीन नहीं दिया गया, फिर केवल एक एसपी रैंक के अधिकारी के साथ अलग व्यवहार क्यों किया जाता है ?”
इसके बाद फणनवीस ने मुंबई प्रशासन के उपर्युक्त कृत्य से लोगों में अविश्वास की बात करते हुए कहा कि “सुशांत सिंह राजपूत की मौत के रहस्य को सुलझाने के बजाय, इस तरह के व्यवहार से जांच के बारे में लोगों में भारी नाराजगी और अविश्वास पैदा होगा।”
It is really very strange that why Maharashtra Government is coming under unnecessary suspicion by not allowing Bihar Police to perform their duties. #SushantSinghRajputCase
— Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) August 3, 2020
महाविकास अगाडि सरकार के नेता का शक:
बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह की मौत की जांच पर खुद महाराष्ट्र की गठबंधन सरकार में शामिल कांग्रेस के नेता संजय निरुपम ने असंतोष व्यक्त किया है।
बता दें कि संजय निरुपम मुंबई क्षेत्रीय कांग्रेस समिति के पूर्व अध्यक्ष के साथ साथ नि राज्यसभा में सांसद भी रह चुके हैं। उन्होंने महाराष्ट्र सरकार से तिवारी को तुरन्त छोड़ने की माँग की है। आज उन्होंने अपने बयान में कहा कि “लगता है, BMC और मुंबई पुलिस पगला गए हैं। सुशांत सिंह मृत्यू कांड की जाँच करने आए IPS अफसर तिवारी को 15 अगस्त तक क्वारंटीन कर दिया।जाँच कैसे होगी ? मुख्यमंत्री तत्काल हस्तक्षेप करें। तिवारी को रिलीज कराएँ और जाँच में मदद करें वरना मुंबई पुलिस पर शक और बढ़ेगा।”
लगता है, #BMC और मुंबई पुलिस पगला गए हैं।
सुशांत सिंह मृत्यू कांड की जाँच करने आए IPS अफसर तिवारी को 15 अगस्त तक क्वारंटीन कर दिया।जाँच कैसे होगी ?
मुख्यमंत्री तत्काल हस्तक्षेप करें।तिवारी को रिलीज कराएँ और जाँच में मदद करें वरना मुंबई पुलिस पर शक और बढ़ेगा।#SushanSinghRajput— Sanjay Nirupam (@sanjaynirupam) August 3, 2020
CBI जांच की मांग करे: निरुपम
निरुपम ने सुशांत केस को CBI को देने की मांग करते हुए कहा कि “सुशांत सिंह की मृत्यू की जाँच दो पुलिस अलग-अलग करे, यह अटपटा है। अगर मुंबई पुलिस जिद्द नहीं छोड़ती तो बेहतर होगा बिहार सरकार केंद्र को लिखे और इस मामले की CBI जाँच की माँग करे। कम-से-कम जाँच को एक दिशा मिलेगी और जनभावनाओं का सम्मान होगा। सबसे अहम है कि सुशांत के साथ न्याय होगा।”
सुशांत सिंह की मृत्यू की जाँच दो पुलिस अलग-अलग करे,यह अटपटा है।
अगर मुंबई पुलिस जिद्द नहीं छोड़ती तो बेहतर होगा बिहार सरकार केंद्र को लिखे और इस मामले की #CBI जाँच की माँग करे।
कम-से-कम जाँच को एक दिशा मिलेगी और जनभावनाओं का सम्मान होगा।
सबसे अहम है कि सुशांत के साथ न्याय होगा।— Sanjay Nirupam (@sanjaynirupam) August 1, 2020
इसके अलावा उन्होंने मुंबई पुलिस द्वारा बिहार पुलिस के साथ बुरे बर्ताव करने का आरोप भी लगाया। निरुपम ने कहा कि “सुशांत सिंह की मृत्यू की जाँच के मुद्दे पर मुंबई की सड़कों पर जिस तरह दो राज्यों की पुलिस बर्ताव कर रही है, वह भद्दा लग रहा है। मुंबई और पटना की पुलिस मानो एक दूसरे को पछाड़ रही हो। पटना पुलिस को आज मुंबई पुलिस ने धकियाकर गाड़ी में बैठा दिया। लगता है जाँच नहीं, एक होड़ चल रही है।”
सुशांत सिंह की मृत्यू की जाँच के मुद्दे पर मुंबई की सड़कों पर जिस तरह दो राज्यों की पुलिस बर्ताव कर रही है,वह भद्दा लग रहा है।
मुंबई और पटना की पुलिस मानो एक दूसरे को पछाड़ रही हो।
पटना पुलिस को आज मुंबई पुलिस ने धकियाकर गाड़ी में बैठा दिया।
लगता है जाँच नहीं, एक होड़ चल रही है।— Sanjay Nirupam (@sanjaynirupam) July 31, 2020
बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह केस की जांच कर रही मुंबई पुलिस के रवैये पर बिहार भाजपा ने भी सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं।
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