लखनऊ: राज्य में बढ़ रही ब्राह्मणो की हत्याओं पर विवाद थमा भी नहीं था कि योगी सरकार के एक फैसले से नया विवाद पैदा हो गया है। मीडिया रिपोर्ट्स (Archive)के मुताबिक योगी सरकार ने सभी डीएम को एक पत्र लिख कर जानकारी मांगी थी कि राज्य में कितने ब्राह्मणो के पास बंदूके है। जिस आदेश को बाद में वापस ले लिया गया।
आपको बता दें कि बीते दिनों ही पार्टी के ही लम्भुआ से विधायक देवमनी द्विवेदी ने सरकार से विधानसभा में ब्राह्मणो की हत्याओं पर प्रश्न पूछा था। विधानसभा से पूछे प्रश्न में देवमनी जी ने जानना चाहा था कि बीते तीन वर्षो में कितने ब्राह्मणो की हत्या हुई है जिसमे कितने हत्यारो को पकड़ा गया व कितने को सजा दी गयी।
आगे सरकार से प्रश्न पूछा कि सरकार ने ब्राह्मणो की सुरक्षा के लिए क्या कदम उठाये है। क्या सरकार ब्राह्मणो को हथियारों में तरजीह देगी? व कितने ब्राह्मणो को हथियारों का लाइसेंस दिया गया व कितनो को मना कर दिया गया।
विधायक के प्रश्न पूछने पर सरकार को सोशल मीडिया पर विपक्षी नेताओ द्वारा घेरा जाने लगा जिसमे दिग्गज नेता मायावती, जितेन प्रसाद व अखिलेश यादव भी शामिल रहे थे।
वहीं सुचना के मुताबिक विधानसभा में प्रश्न को नकारने के बावजूद सरकार ने डीएम को लिखे पत्र में इन्ही प्रश्नो को पूछा है। डीएम को लिखे पत्र में सरकार ने कहा “कितने ब्राह्मणो ने शस्त्र लाइसेंस के लिए अप्लाई किया और कितनों को लाइसेंस जारी हुआ? … सम्बन्ध में बिंदुवार आख्या एवं अनुपूरक सामग्री शाशन को 21.08.20 तक… e-mail पर उपलब्ध करें। ”
वहीं विधानसभा के प्रमुख सचिव प्रदीप दुबे ने कहा कि हमने सरकार से ऐसी कोई जानकारी नहीं मांगी थी और ना ही ऐसा कोई प्रश्न हमें स्वीकार्य है।
साथ ही विधायक ने देवमनी द्विवेदी ने इस विषय पर टिप्पणी करने से मना करते हुए कहा कि उन्हें ऐसी कोई भी विषय की जानकारी नहीं है।
ज्ञात होकि राज्य में चुनावी स्तर पर ब्राह्मणो का 10 प्रतिशत वोट बैंक मौजूद है जो सरकार गिराने व बनाने के लिए जाना जाता आया है। ऐसे में सभी पार्टिया ब्राह्मणो को अपने पाले में लाने को उत्सुक नजर आ रही है।
इससे पहले मायावती ने घोषणा करते हुए कहा था कि उनकी सरकार बनने पर वह राज्य में एक बड़े अस्पताल का निर्माण करेंगी जिसका नाम व भगवान परशुराम के नाम पर रखेंगी।
वहीं सपा ने राज्य में भगवान परशुराम की 108 फुट ऊँची प्रतिमा बनाने की घोषणा करी थी। जिसके बाद आम आदमी पार्टी के संजय सिंह भी ब्राह्मणो पर हो रहे अत्याचारों को लेकर सरकार को घेरने उतर गए थे। हालाँकि संजय सिंह पर इस विषय को लेकर कई जगहों पर FIR दर्ज कराई गयी है।
Donate to Falana Dikhana: यह न्यूज़ पोर्टल दिल्ली विश्विद्यालय के मीडिया छात्र अपनी ‘पॉकेट मनी’ से चला रहे है। जहां बड़े बड़े विश्विद्यालयों के छात्र वामपंथी विचारधारा के समर्थक बनते जा रहे है तो वही हमारा पोर्टल ‘राष्ट्रवाद’ को सशक्त करता है। वही दिल्ली विश्विद्यालय जैसे प्रतिष्ठित संस्थान में पढ़ रहे हमारे युवा एडिटर्स देश में घट रही असामाजिक ताकतों के खिलाफ लेख लिखने से पीछे नहीं हटते बस हमें आशा है तो आपके छोटे से सहयोग की। यदि आप भी हम छात्रों को मजबूती देना चाहते है तो कम से कम 1 रूपए का सहयोग अवश्य करे। सादर धन्यवाद, ‘जयतु भारतम’