नई दिल्ली: केंद्रीय संचार और कानून और न्याय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री रतन लाल कटारिया की उपस्थिति में राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (एनसीएससी) के ऑनलाइन शिकायत प्रबंधन पोर्टल का कल शुभारंभ किया।
बीआर अंबेडकर की 130 वीं जयंती के अवसर पर NCSC द्वारा आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा कि एनसीएससी के ऑनलाइन शिकायत प्रबंधन पोर्टल का यह शुभारंभ विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। उन्होंने हमारे समाज के वंचित और दलित वर्गों के उत्थान के लिए काम किया। भारत के संविधान का मसौदा तैयार करने में उनके अपार योगदान को लंबे समय तक याद किया जाएगा। वह चाहते थे कि हमारे देश में सामाजिक असमानता को ध्वस्त किया जाए।
प्रसाद ने डिजिटल इंडिया के क्षेत्र में सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की कई नई पहल की, जिसने भारत को रूपांतरित और सशक्त बनाया है। उन्होंने कहा कि डिजिटल इंडिया को हमारे देश में एक जन आंदोलन बनाने की जरूरत है।
रतन लाल कटारिया ने अपने संबोधन में कहा कि सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय हमारे समाज के कमजोर और वंचित वर्गों के सशक्तिकरण और परिवर्तन के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि यह एनसीएससी शिकायत प्रबंधन पोर्टल हमारे देश की अनुसूचित जाति की आबादी के लिए देश के किसी भी हिस्से से अपनी शिकायत दर्ज करना आसान बना देगा। पोर्टल उन्हें अपने आवेदन और अन्य अत्याचार और सेवाओं से संबंधित शिकायतों को ऑनलाइन दर्ज करने और उन्हें समयबद्ध तरीके से संबोधित करने में सक्षम करेगा। यह पोर्टल डॉ बी आर के सपनों को पूरा करेगा।
विजय सांपला ने अपने संबोधन में कहा कि एनसीएससी का उद्देश्य इस पोर्टल के माध्यम से विशेष रूप से अनुसूचित जाति की आबादी की शिकायत निवारण को व्यवस्थित करना है। आज लॉन्च किया गया पोर्टल उनके लिए देश के किसी भी हिस्से से शिकायतें दर्ज करना आसान बना देगा।
भास्कराचार्य इंस्टीट्यूट फॉर स्पेस एप्लिकेशन एंड जियोइन्फॉर्मेटिक्स (बीआईएसएजी-एन), इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत उत्कृष्टता केंद्र, भारत सरकार के सहयोग से बनाया गया पोर्टल, शिकायतों के अंत में ई-फाइलिंग शिकायतों और उनके ट्रैकिंग की सुविधा प्रदान करेगा।
यह पोर्टल आयोग की वेबसाइट से जुड़ा हुआ है और कोई भी व्यक्ति इस पर शिकायत दर्ज कर सकता है। दस्तावेज़ और ऑडियो / वीडियो फ़ाइलों को अपलोड करने की सुविधा भी उपलब्ध है। यह शिकायतों और शिकायतों के भौतिक प्रस्तुतीकरण का पूरक होगा।
नई दिल्ली: केंद्रीय संचार और कानून और न्याय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री रतन लाल कटारिया की उपस्थिति में राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (एनसीएससी) के ऑनलाइन शिकायत प्रबंधन पोर्टल का कल शुभारंभ किया।
बीआर अंबेडकर की 130 वीं जयंती के अवसर पर NCSC द्वारा आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा कि एनसीएससी के ऑनलाइन शिकायत प्रबंधन पोर्टल का यह शुभारंभ विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। उन्होंने हमारे समाज के वंचित और दलित वर्गों के उत्थान के लिए काम किया। भारत के संविधान का मसौदा तैयार करने में उनके अपार योगदान को लंबे समय तक याद किया जाएगा। वह चाहते थे कि हमारे देश में सामाजिक असमानता को ध्वस्त किया जाए।
प्रसाद ने डिजिटल इंडिया के क्षेत्र में सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की कई नई पहल की, जिसने भारत को रूपांतरित और सशक्त बनाया है। उन्होंने कहा कि डिजिटल इंडिया को हमारे देश में एक जन आंदोलन बनाने की जरूरत है।
रतन लाल कटारिया ने अपने संबोधन में कहा कि सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय हमारे समाज के कमजोर और वंचित वर्गों के सशक्तिकरण और परिवर्तन के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि यह एनसीएससी शिकायत प्रबंधन पोर्टल हमारे देश की अनुसूचित जाति की आबादी के लिए देश के किसी भी हिस्से से अपनी शिकायत दर्ज करना आसान बना देगा। पोर्टल उन्हें अपने आवेदन और अन्य अत्याचार और सेवाओं से संबंधित शिकायतों को ऑनलाइन दर्ज करने और उन्हें समयबद्ध तरीके से संबोधित करने में सक्षम करेगा। यह पोर्टल डॉ बी आर के सपनों को पूरा करेगा।
विजय सांपला ने अपने संबोधन में कहा कि एनसीएससी का उद्देश्य इस पोर्टल के माध्यम से विशेष रूप से अनुसूचित जाति की आबादी की शिकायत निवारण को व्यवस्थित करना है। आज लॉन्च किया गया पोर्टल उनके लिए देश के किसी भी हिस्से से शिकायतें दर्ज करना आसान बना देगा।
भास्कराचार्य इंस्टीट्यूट फॉर स्पेस एप्लिकेशन एंड जियोइन्फॉर्मेटिक्स (बीआईएसएजी-एन), इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत उत्कृष्टता केंद्र, भारत सरकार के सहयोग से बनाया गया पोर्टल, शिकायतों के अंत में ई-फाइलिंग शिकायतों और उनके ट्रैकिंग की सुविधा प्रदान करेगा।
यह पोर्टल आयोग की वेबसाइट से जुड़ा हुआ है और कोई भी व्यक्ति इस पर शिकायत दर्ज कर सकता है। दस्तावेज़ और ऑडियो / वीडियो फ़ाइलों को अपलोड करने की सुविधा भी उपलब्ध है। यह शिकायतों और शिकायतों के भौतिक प्रस्तुतीकरण का पूरक होगा।