बेंगलुरु: केंद्र सरकार व ट्विटर के बीच चल रहे तकरार के बीच ट्विटर ने कट्टरपंथी इस्लामिक समूह पीएफआई को ब्लू टिक देकर नया विवाद खड़ा कर दिया है।
सोशल मीडिया पर अब ट्विटर खुद निशाने पर आ गया है। नया मामला जुड़ा है देश में कई दंगों और हिंसाओं में शामिल रहे कट्टरपंथी इस्लामिक संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया को ट्विटर द्वारा ब्लू टिक देने से।
दरअसल ट्विटर ने पीएफआई की कर्नाटक इकाई को प्रमाणिक चिन्ह ब्लू टिक प्रदान कर दिया है। जिसके बाद कई लोगों ने ट्विटर के इस फैसले पर गम्भीर आपत्ति जताई और विरोध भी जताया।
इसी कड़ी में भाजपा की सांसद शोभा करन्दलाजे ने कहा कि ट्विटर भारतीय कानूनों का पालन नहीं करना चाहता। राइट विंग के अनुयायियों में भारी कमी की जा रही है। राष्ट्रवादियों से ब्लू टिक हटाना। नया है ट्विटर इंडिया ने सांप्रदायिक और आतंकी आरोपी PFI को सम्मान का चिन्ह दिया है! जैक (सीईओ, ट्विटर) समझाएंगे कि वह क्या साबित करने की कोशिश कर रहे हैं ?
वहीं टीवी पैनलिस्ट शहजाद जयहिंद ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सांप्रदायिक और आतंक के आरोपी पीएफआई को पुरस्कृत किया गया ब्लू टिक जबकि राष्ट्रवादियों और राष्ट्रवादी संगठनों/ आरएसएस / भारत के उपराष्ट्रपति जैसे व्यक्तियों से छीन लिया गया था।