लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने 31 अक्टूबर को वाल्मीकि जयंती पर महर्षि वाल्मीकि से संबंधित स्थलों, मंदिरों, भगवान श्रीराम, हनुमान मंदिरों, रामायण से संबंधित स्थलों का चयन कर यहां रामायण पाठ एवं भजन कराने का निर्देश दिया है।
वाल्मीकि रामायण में निहित मानव मूल्यों, सामाजिक मूल्यों व राष्ट्र मूल्यों के व्यापक प्रचार प्रसार व जनमानस को जोड़ने के लिए विभिन्न स्थलों पर बाल्मीकि रामायण का पाठ किए जाने का कार्यक्रम रखा गया है।
उपचुनाव जिले अपवाद:
वाल्मीकि जयंती पर मुख्य सचिव आरके तिवारी ने निर्देश जारी किए हैं जिसके अंतर्गत हर जिले में रामायण पाठ कराएगी यूपी सरकार। इस वर्ष धूमधाम से मनाई जाएगी बाल्मीकि जयंती, जबकि उपचुनाव वाले जिलों को छोड़कर सभी जिलों में पाठ होंगे।
12 या 24 घण्टों का पाठ:
अक्टूबर को वाल्मीकि जयन्ती पर चयनित मंदिरों और स्थलों पर दीप प्रज्जवलन एवं दीप दान के साथ वाल्मीकि रामायण का आठ, 12 या 24 घंटे का पाठ होगा। शासन ने महर्षि वाल्मीकि जयंती को इस बार भव्य रूप से मनाने का निर्णय लेकर कार्यक्रम आयोजित करने की जिम्मेदारी अफसरों को सौंपी है।
सूचना विभाग द्वारा कलाकार:
इन कार्यक्रमों के आयोजन तहसील एवं विकास खण्डों में महर्षि वाल्मीकि स्थलों/मंदिरों को चिह्नित करने को एसडीएम की अध्यक्षता में कमेटी गठित की गई है। कमेटी में बीडीओ और ईओ को शामिल किया है।
सूचना विभाग द्वारा इन कार्यक्रमों के आयोजन के लिए सांस्कृतिक दलों एवं कलाकारों का चयन किया जाएगा। कार्यक्रमों का प्रभावी अनुश्रवण स्वयं, एडीएम वित्त एवं राजस्व और एडीएम प्रशासन द्वारा किया जाएगा।
बनारस में यहां होंगे कार्यक्रम:
वाराणसी जनपद में 31 अक्टूबर 2020 वाल्मीकि जयंती के पावन दिवस पर मार्कंडेय महादेव परिसर कैथी, सीरगोवर्धन, शुलकंटेश्वर शिव मंदिर, संकुलधारा मठ, नकटेश्वरी भवानी पिंडरा, बाल्मीकि शिव मंदिर करौदी में रामायण पाठ का आयोजन रखा गया है।