सीधी: कल मंगलवार को सुबह मध्यप्रदेश के सीधी जिले में भीषण बस दुर्घटना हुई जिसमें बस के नहर में गिरने से कम से कम 50 लोगों की मौत हो गई।
आज बुधवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी सीधी का दौरा करेंगे। दौरे से पहले मुख्यमंत्री ने कहा कि आज मैं सीधी जा रहा हूं। ये अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। ऐसे समय मैं बैठा नहीं रह सकता। मैं उन परिवारों से भेंट करूंगा। जो बेटे-बेटी, भाई-बहन चले गये हैं उन्हें हम वापस तो नहीं ला सकते लेकिन परिवारों की जिंदगी कैसे आसान बने, इसकी कोशिश करेंगे।
कैसे हुआ दर्दनाक हादसा
सूचना के मुताबिक सीधी से सतना जा रही यात्री बस के अनियंत्रित होकर रामपुर-नैकिन के समीप बघवार में बाणसागर नहर में गिर गई। कुछ समय बाद घटना की सूचना स्थानीय प्रशासन तक पहुंची। जिसके बाद तुरंत बाणसागर का पानी कम कराया गया तब तक घन्टे बीत चुके थे। हालांकि हादसे के दौरान बमुश्किल 7 लोग बचाए जा सके।
इसके बाद सरकार की ओर से राहत एवं बचाव कार्य लगाया गया इस दौरान कलेक्टर, कमिश्नर, आईजी, एसपी, एसडीआरएफ सहित प्रशासनिक अमला मौजूद रहा। धीरे धीरे बचाव कार्य होता रहा और नहर से एक एक करके 50 शव निकाले गए।
आगे सीधी जिले के रामपुर नैकिन शव गृह में शवों का पोस्टमार्टम कराया गया। जहां मृतकों के परिजनों का तांता लगा हुआ था। एक एक करके परिजन अपने संबंधित के शव को लेकर जा रहे।
2 बहादुरों ने बचाए कुछ चिराग:
उधर सीधी बस हादसे में बहादुरी दिखाते हुए 2 लोगों की जान बचाने वाली बिटिया शिवरानी के साहस को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रणाम किया है। उन्होंने शिवरानी को धन्यवाद देते हुए कहा कि पूरे प्रदेश को बेटी पर गर्व है।
बता दें कि बस के अनियंत्रित होकर नहर में गिरने के बाद शिवरानी लोगों को बचाने के लिए नहर में कूद गई और एक लड़की व एक बुजुर्ग की जान बचा कर तैरते हुए उन्हें किनारे तक लेकर आई।
बताया गया कि सीधी हादसे में बेटी शिवरानी के अलावा सतेंद्र शर्मा ने भी बहादुरी दिखाते हुए करियाझर के सतेन्द्र शर्मा ने 3 लोगों की नहर में छलांग लगाकर जान बचाई। सतेंद्र मिनिस्ट्री ऑफ एविएशन में एरोनॉटिकल इंजीनियर हैं, छुट्टी में गावँ आये हैंवो करिया के रहने वाले हैं। है।
दूसरी ओर हादसे में प्रत्यक्षदर्शी युवती ने घटना को याद करते हुए कहा कि ड्राइवर बीच रास्ते में (गोविंदगढ़) में ही बोल रहा था कि जान बचाना है तो बचाओ। मैं मोबाईल से कांच तोड़ रही थी मगर टूटा ही नहीं। मेरा भाई चला गया।
अंतिम संस्कार के लिए 10-10 हजार रूपये की अंत्येष्टि सहायता प्रदान
दुर्घटना में मृत व्यक्तियों के अंतिम संस्कार के लिए सीधी जिला प्रशासन ने 10-10 हजार रूपये की सहायता राशि मृतकों के परिजनों को नगद दी।
मुख्यमंत्री चौहान ने बताया कि प्रत्येक मृतक के परिवार को केन्द्र सरकार की ओर से दो लाख रूपये और राज्य सरकार की ओर से पाँच लाख रूपये की सहायता राशि प्रदान की जा रही है। दु:ख की घड़ी में हम पीड़ितों के परिजनों के साथ हैं।
संयुक्त टीम ने किया राहत और बचाव कार्य
बस दुर्घटना की सूचना मिलते ही रीवा संभाग के कमिश्नर राजेश कुमार जैन, आईजी उमेश जोगा तथा डीआईजी अनिल सिंह कुशवाह तत्काल दुर्घटना घटना स्थल पर पहुँचे। उन्होंने राहत तथा बचाव कार्य की सतत निगरानी की। पुलिस, होमगार्ड तथा एनडीआरएफ की टीमों ने राहत एवं बचाव कार्य किया।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर बाणसागर नहर का पानी तत्काल रोका गया। क्रेन की मदद से दुर्घटनाग्रस्त बस को बाहर निकाला गया। दुर्घटना स्थल पर सांसद सीधी रीति पाठक, विधायक चुरहट शरदेन्दु तिवारी एवं विधायक सिहावल तथा पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल ने राहत तथा बचाव कार्य की निगरानी की। मौके पर चिकित्सकों का दल भी निरंतर कार्यरत रहा।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट और ग्रामीण विकास राज्य मंत्री राम खेलावन पटेल ने कल सीधी जिले के बस दुर्घटना स्थल पर पहुँचकर राहत एवं बचाव कार्यों का जायजा लिया। मंत्रीद्वय ने दुर्घटना में मृत व्यक्तियों के परिजनों से मुलाकात कर शोक व्यक्त किया और उन्हें सांत्वना दी। जल संसाधन मंत्री सिलावट ने कहा कि घटना बहुत ही दु:खद तथा दुर्भाग्यपूर्ण है। दुर्घटना की उच्च-स्तरीय जाँच के आदेश दे दिये गये हैं।