नई दिल्ली: सरकार ने कहा है कि जम्मू कश्मीर में आतंकवाद के डर से अब तक 40 हजार हिंदू परिवार पलायन कर चुके हैं।
दरअसल बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्यसभा में बताया कि आतंकवाद के डर से 1990 से अब तक 44,167 परिवारों ने कश्मीर घाटी से पलायन किया है। जम्मू-कश्मीर सरकार की ओर से 1990 में स्थापित रिलीफ ऑफिस की रिपोर्ट के मुताबिक, पलायन करने वाले कुल परिवारों में से 39,782 हिंदू परिवार हैं।
सरकार ने बताया कि 3800 प्रवासी कश्मीरी पंडित उम्मीदवार पिछले कुछ वर्षों में पीएम पैकेज की नौकरियां लेने के लिए कश्मीर लौट आए हैं। अनुच्छेद 370 के हटने के बाद 520 सदस्य पुनर्वास पैकेज के तहत नौकरियां लेने के लिए कश्मीर लौट आए। 2021 में 2,000 और सदस्यों के वापस आने की संभावना है।
मंत्रालय ने एक सवाल के जवाब में ये भी बताया कि जम्मू-कश्मीर सरकार के मुताबिक डोमिसाइल सर्टिफिकेट के लिए 31 दिसंबर 2020 तक 35,44,938 आवेदन मिले हैं, जिनमें से 32,31,353 को यह जारी किया जा चुका है। 2,15,438 आवेदन खारिज हुए हैं। 31,08,682 सर्टिफिकेट स्थायी निवासियों के उत्तराधिकारियों को सौंपे गए हैं।
जम्मू कश्मीर में 28 फरवरी तक 15 आतंकी हमले हुए हैं जिसमें 2 नागरिक मारे गए और 4 सुरक्षाकर्मी शहीद हुए हैं। 31 जनवरी तक पाक से घुसपैठ शून्य रही है। वहीं इस वर्ष 28 फरवरी तक 658 युद्धविराम उल्लंघन हुए जिसके कारण 4 सुरक्षा बल के जवान शहीद हुए हैं। इस साल 7 मार्च तक जम्मू-कश्मीर में 17 आतंकवादी घटनाएं हुईं, जिसमें 2 नागरिकों की मौत हो गई। जम्मू कश्मीर में आतंकवादी घटनाएं 2019 में 594 से घटकर 2020 में 244 हो गईं।