गोड्डा: झारखंड के गोड्डा में रेल परिचालन के श्रेय लेकर भाजपा व कांग्रेस नेता आपस में भिड़ गए और बात धमकी तक आ गई।
बता दें कि गोड्डा रेलवे स्टेशन से पहली बार 8 अप्रैल को ट्रेन का परिचालन शुरू होने जा रहा है। जिसे रेल मंत्री पीयूष गोयल दिल्ली से व सांसद डॉ निशिकांत दुबे गोड्डा स्टेशन से हरी झंडी दिखायेंगे। गोड्डा से पोड़ैयाहाट के बीच 19 किमी नई लाइन व स्टेशन मार्च में बनकर तैयार हुआ है।
हालांकि परियोजना के श्रेय को लेकर अब जामताड़ा से कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी ने गोड्डा से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे को खुली धमकी दे डाली। अंसारी ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को कहना चाहता हूं कि गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे बाहरी हैं और उनका मन कुछ ज्यादा ही बढ़ गया है। वह भूल चुके हैं कि अब झारखंड में रघुवर दास की सरकार नहीं बल्कि हेमंत सोरेन जी की सरकार है।
आगे इलाके में न घुसने की धमकी देते हुए उन्होंने कहा कि गोड्डा रेल परियोजना का उद्घाटन माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा किया जाएगा। गोड्डा सांसद कौन होते हैं उद्घाटन करने वाले। रेलवे के जीएम दायरे में रहे और सांसद के बहकावे में नहीं आए नहीं तो जीएम को गोड्डा घुसने नहीं दूंगा।
अंत में सांसद को बाहरी बताते हुए कहा कि सांसद मिस गाइड करने का काम कर रहा है। रेल परियोजना में झारखंड का 50% पैसा लगा है और यह मुख्यमंत्री जी के हाथों से ही उद्घाटन होना है। इस बाहरी सांसद पर अविलंब कार्रवाई होनी चाहिए। यह लोगों को लड़ाने का काम कर रहे हैं और आदिवासी अल्पसंख्यक दलित को लगातार अपमान कर रहे हैं जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
हालांकि इस सब के बाद भाजपा सांसद दुबे भी चुप नहीं रहे और उन्होंने जवाब में अंसारी को कहा कि 7 वीं शताब्दी तक भारत में कोई मुसलमान नहीं था विधायक जी। 1947 में भारत व पाकिस्तान का बँटवारा हिन्दू व मुस्लिम के नाम पर हो गया। बाहरी तो आप हैं आपको भगा देना चाहिए? कुछ ज़्यादा ही चमचागिरी नहीं कर हैं? वैसे फुरकान साहब के साथ चाय पीने आ रहा हूँ मधुपुर, आप रहते तो अच्छा रहेगा।
इसके जवाब में कांग्रेस विधायक ने फिर कहा कि निशिकांत दुबे जी, राजनीतिक हवाबाजी बंद कीजिए ड्रामेबाजी बंद कीजिए चाय पीने का इतना शौक है तो मोदी जी बहुत ही स्वादिष्ट चाय बनाते हैं। आप की जगह भागलपुर या बिहार में है झारखंड में नहीं।
इसके आगे कहा कि मधुपुर आएँगे तो गो बैक के नारे लगेंगे और आप को खदेड़ा जाएगा। हमारी सहनशक्ति का परीक्षा ना लें। आप किसी कीमत पर 8 को रेल लाइन का उद्घाटन नहीं कर पाएंगे। माननीय मुख्यमंत्री जी अगर आपको बुलाते हैं तो आप आमंत्रित हैं। झारखंड हमारा है झारखंड में रहना है तो लोगों का सम्मान करना सीखिए।