हरिद्वार: उत्तराखंड में पुलिस ने हरिद्वार के ज्वालापुर क्षेत्र में नशे के कारोबार में शामिल दो पुलिसकर्मियों अमजद व रईस समेत छह लोगों को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार किए गए दोनों सिपाही गैंग को गोपनीय सूचनाएं लीक करते थे। एक आरोपी सिपाही एंट्री ड्रग्स टास्क फोर्स में तैनात है।
एक रिपोर्ट के हवाले से पुलिस मुख्यालय में शुक्रवार रात प्रेस कांफ्रेंस में डीआईजी नीलेश आनंद भरणे और एसटीएफ के एसपी अजय सिंह ने बताया कि एसटीएफ ने दोपहर में राहिल पुत्र मुस्तफा निवासी कस्सावाल के घर दबिश देकर 189 ग्राम स्मैक बरामद की। इसकी कीमत करीब आठ लाख बताई गई है।
राहिल ने बताया कि वह कुछ वर्षों से अपने रिश्तेदार सत्तार के कहने पर मादक पदार्थ बेचता और खरीदता है। कुछ पुलिसकर्मी भी सत्तार की मदद करते हैं। राहिल के बयान के आधार पर ज्वालापुर थाने में सिपाही अमजद, एंटी टास्क फोर्स में तैनात रईस राजा, सरगना सत्तार निवासी ज्वालापुर, इरफान निवासी पथरी और गंगेश पत्नी मोहन यादव निवासी कस्सावान को गिरफ्तार किया गया।
वहीं पूरे प्रकरण पर उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने कहा है कि दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ पर्याप्त सुबूत हैं जिनके आधार पर दोनों को बर्खास्त किया जाएगा। इन दोनों पुलिस कर्मियों पर लंबे समय से हमारी नजर थी ये राडार पर थे। इन्हें कल ही जेल भेज दिया है, इन्हें सेवा में नहीं रखा जाएगा।
पुलिसकर्मियों को सख्त निर्देश में डीजीपी ने कहा कि सभी पुलिसकर्मी गरिमा के अनुरूप आचरण करें। कोई भी पुलिसकर्मी यदि किसी भी रूप में आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त पाया जाता है, तो उसे बिल्कुल भी बक्शा नहीं किया जाएगा। उनके विरूद्ध कार्यवाही कठोर कार्यवाही की जाएगी।