लखनऊ: उत्तर प्रदेश में अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव (UP Election) से पहले बीजेपी, बीएसपी समेत राज्य की सभी प्रमुख पार्टियां चुनावी अभियान में लगी हुई हैं।
इसी क्रम में बसपा, भाजपा और सपा ने ब्राह्मण वोट हासिल करने के लिए प्रदेश भर में प्रबुद्ध वर्ग सम्मलेन किये। एक कदम आगे बढ़ते हुए समाजवादी पार्टी अब दलित मतदाताओं को लुभाने में जुट गयी है। अब समाजवादी पार्टी की लोहिया वाहिनी ने विभिन्न जिलों में 19 सितम्बर 2021 से ‘गांव-गांव दलित संवाद’ कार्यक्रम शुरू कर दिया है।
पार्टी प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने शुक्रवार को कहा कि,’समाजवादी लोहिया वाहिनी भारतीय जनता पार्टी की सरकार की जनविरोधी, किसान विरोधी, दलित-पिछड़ा विरोधी, आरक्षण विरोधी नीतियों को उजागर करने एवं समाजवादी विचारधारा, कार्यों एवं नीतियों को जन-जन तक पहुंचाने के लिये जन संवाद कार्यक्रम कर रही है।’
लोहिया वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर राम करन निर्मल 19 सितम्बर से 27 सितम्बर 2021 तक ‘गांव-गांव दलित संवाद’ कार्यक्रम करेंगे। ये कार्यक्रम प्रदेश के कन्नौज, फर्रूखाबाद, मैनपुरी, कानपुर, औरैया, इटावा, फिरोजाबाद, मथुरा और आगरा में आयोजित किये जाएंगे।
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य दलित मतदाताओं को पार्टी की तरफ खींचना है। बताया जा रहा है कि पार्टी इस कार्यक्रम से बसपा के दलित-ब्राह्मण एकता वाले नारे को टक्कर देने की कोशिश कर रही है। लोहिया वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राम करन निर्मल ने कहा कि, इस कार्यक्रम के माध्यम से मौजूदा बीजेपी सरकार की ओर से दलित समाज के लिए चलाई गई गलत नीतियों को उनके बीच पहुंचाने का काम किया जाएगा।
Young Journalist covering Rural India, Investigation, Fact Check and Uttar Pradesh.