श्योपुर: मध्यप्रदेश के श्योपुर से कांग्रेस विधायक ने विवादित बयान दिया है जिसमें उन्होंने कहा कि संविधान की किताब को विधानसभा में जलाऊंगा।
अपने बयानों को लेकर हमेशा चर्चा में रहने वाले श्योपुर से कांग्रेसी विधायक बाबू जंडेल का एक बयान विवादों से घिर गया है।
किसानों को मुआवजा देने के लिए श्योपुर जिला प्रशासन को ज्ञापन देने पहुंचे कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ विधायक बाबू जंडेल ने कहा कि अगर मेरे आवेदनों पर कार्रवाई नहीं हुई तो संविधान के कागजों को विधानसभा में ही जला दूंगा।
उन्होंने कहा कि क्षेत्र के 3000 किसानों को मुआवजा नहीं मिला है ना ही उनकी फसल बर्बादी का सर्वे हुआ है। 3 हजार आवेदन मेरे पास पड़े हैं, मैं इन आवेदनों को विधानसभा में ले जाऊंगा अगर इस पर कार्रवाई नहीं हुई तो मैं कानून की किताब मुख्यमंत्री के सीने पर जलाकर उनकी आंखों में फेंक दूंगा।
आगे विधायक ने कहा, “मैं संविधान की किताब को विधानसभा में जलाऊंगा। इसके आगे जंडेल ने कहा कि, महावीर सिसोदिया अधिकारियों को धमकाता है। सिसोदिया केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का चेला है। यह मुआवजे की राशि में घपला कर नेताओं में बांट लेते है।”
कांग्रेस विधायक से संविधान जलाने वाले बयान से प्रदेश में सियासत भी गरमा गई है। वहीं इस मामले के बाद मीडिया कर्मियों से गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के बनाए गए संविधान का अपमान करने पर कांग्रेस विधायक बाबूलाल जंडेल के खिलाफ राष्ट्रीय गौरव अपमान निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी।