नई दिल्ली: ओटीटी प्लेटफार्म पर लगातार कई वेब सीरीजों पर हिंदू धर्म विरोधी सामग्री प्रसारित करने के आरोप लगते रहे हैं। पिछले दिनों तांडव नामक फ़िल्म का इसलिए देशभर में विरोध हुआ।
हालांकि अब केंद्र सरकार ने ऐसे प्लेटफार्म पर लगाम लगाने की तैयारी कर ली है। केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने रविवार को कहा कि मंत्रालय जल्द ही ओवर द टॉप (ओटीटी) प्लेटफार्मों पर दिशानिर्देश जारी करेगा, क्योंकि यहां उपलब्ध कुछ धारावाहिकों के खिलाफ बहुत सारी शिकायतें हैं।
दिशानिर्देश जारी होंगे:
उन्होंने मीडिया से वार्ता में कहा कि “हमें ओटीटी प्लेटफार्मों पर उपलब्ध कुछ धारावाहिकों के खिलाफ बहुत सारी शिकायतें मिली हैं। ओटीटी प्लेटफार्मों और डिजिटल समाचार पत्रों पर जारी फिल्में और धारावाहिक प्रेस परिषद अधिनियम, केबल टेलीविजन नेटवर्क (विनियमन) अधिनियम, या सेंसर बोर्ड के दायरे में नहीं आते हैं। हम जल्द ही इस बारे में कुछ दिशानिर्देशों के साथ आएंगे।”
सिनेमा की अब पूर्ण बैठक:
मंत्री ने यह भी घोषणा की कि सभी COVID से संबंधित प्रोटोकॉल का पालन करते हुए 1 फरवरी से सिनेमा हॉलों में पूर्ण बैठक की अनुमति दी जाएगी।
देशभर में दर्ज हुए केस:
ओटीटी प्लेटफार्मों पर सामग्री ने हाल ही में विवादों को हवा दी है, जिससे सार्वजनिक रूप से नाराजगी और इन कार्यक्रमों के निर्माताओं को केस झेलने पड़े हैं। उत्तर प्रदेश के लखनऊ, ग्रेटर नोएडा और शाहजहाँपुर में तीन एफआईआर दर्ज की गईं। मध्य प्रदेश में दो प्राथमिकी दर्ज की गईं जबकि एक प्राथमिकी कर्नाटक और बिहार में दर्ज की गई। ओटीटी पर प्रसारित सामग्री के बारे में एफआईआर के अलावा, कम से कम तीन अन्य आपराधिक शिकायतें क्रमशः महाराष्ट्र, दिल्ली और चंडीगढ़ में लंबित हैं।
तांडव में उड़ाया था देवताओं का मजाक:
दरअसल, तांडव वेब सीरीज के पहले ही एपिसोड में सीरीज के कलाकार जीशान अय्यूब भगवान शिव के वेश में दिखाई दे रहे हैं और इसी वेशभूषा में वह एक यूनिवर्सिटी में छात्रों को संबोधन में कह रहे हैं कि ‘आपको किससे आजादी चाहिए।’ जीशान के आते ही मंच संचालक कहता है- ‘नारायण-नारायण, प्रभु कुछ करिए। रामजी के फॉलोअर्स सोशल मीडिया पर लगातार बढ़ते जा रहे हैं. मुझे लगता है हमें कोई नई स्ट्रेटजी बनानी चाहिए।’
इस पर भगवान शिव के रूप में नजर आ रहे जीशान अय्यूब कहते हैं, ‘क्या करूं तस्वीर बदल दूं क्या?’ जिसके जवाब में मंच संचालक कहता है ‘भोलेनाथ आप तो बहुत ही भोले हैं।’