नई दिल्ली: स्वीडन दंगों के बाद देश में बाहरी मुस्लिमों का मुद्दा विहिप ने उठाया है।
स्वीडन दंगों को लेकर अब इसकी चर्चाएं भारत में भी होने लगी हैं। लिहाजा विश्व हिंदू परिषद ने रोहिंग्या व बांग्लादेशी शरणार्थियों का मुद्दा उठाया है। इन्हें खतरा बताते हुए विहिप के केंद्रीय संयुक्त महासचिव सुरेंद्र जैन ने कहा कि “आज स्वीडन को जलते पूरी दुनिया ने देखा, जिन मुसलमान शरणार्थियों पर मानवता दिखाई उन्ही जेहादियों ने आज पुरे स्वीडन को जला दिया, यही गलती हमने भी रोहिंग्या और बांग्लादेशी मुस्लिमों को शरण देकर किया है, ये भारत को जलाएं उसके पहले इन्हें खदेड़ देना चाहिए।”
वहीं विहिप के अन्य नेता व राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा कि इस्लामिक शरणार्थियों को कहा कि “स्वीडन ने उस वैश्विक वास्तविकता को ही पुनः उजागर किया है कि जहां जहां इस्लामिक जिहादियों को शरण मिली वहीं के मूल निवासियों को इन्होंने शरणार्थी बनने को मजबूर किया।”
स्वीडन ने उस वैश्विक वास्तविकता को ही पुनः उजागर किया है कि जहां जहां इस्लामिक जिहादियों को शरण मिली वहीं के मूल निवासियों को इन्होंने शरणार्थी बनने को मजबूर किया। #जागो_हिन्दू_जागो #जागो_भारत_जागो https://t.co/tq65mFCHgd
— विनोद बंसल (@vinod_bansal) August 30, 2020
कुरान जलाने से फैली हिंसा:
स्वीडन में कुरान की प्रति जलाने को लेकर हुए विरोध में करीब तीन सौ से अधिक लोग इकट्ठा हो गए, जिसके बाद हिंसा भड़क गई। पुलिस ने शनिवार को बताया कि देश के दक्षिणी शहर मालमो में इस हिंसा में करीब 10 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया था।
बताया गया है कि इस घटना में कई पुलिस अधिकारी घायल हो गए। घटनास्थल पर कुरान की प्रति जलाने और उसके विरोध के लिए 300 से ज्यादा लोग के जमा हो गए और फिर बाद में यह हिंसा का रूप ले लिया।
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