मुंबई: आज भले ही आमिर खान ‘थ्री इडियट्स’ और ‘पीके’ जैसी फिल्मों से तर्कवादी और धार्मिक क्रिया-कलापों पर प्रश्न उठाने वाले अभिनेता के रूप में प्रसिद्ध हैं। लेकिन आपको जानकर आश्चर्य होगा कि करियर के शुरुआती दिनों में, आमिर अपनी महिला सह-कलाकारों पर थूकने के लिए कुख्यात हुआ करते थे।
आमिर कहते हैं कि वो ऐसा ‘अच्छी किस्मत’ के लिए करते थे। 2016 में आयोजित जियो मामी मुंबई फिल्म फेस्टिवल में 1992 की फिल्म ‘जो जीता वही सिकंदर’ के रीयूनियन पैनल पर बातें चल रहीं थीं। यहीं निर्देशक फराह खान ने खुलासा किया कि “आमिर लोगों से अपना हाथ दिखाने के लिए कहते, और फिर वह उस पर थूक देते थे… ऐसा वो हर किसी के साथ करते थे और वो आज भी यह कर रहे हैं।”
आमिर खान, जो उसी पैनल का हिस्सा थे, अपने बचाव मे कहते हैं कि “मैने जिस जिस हीरोइन के हाथ में थूका है, वो नंबर एक हीरोइन बनी है।”
बॉलीवुड अभिनेत्री पूजा बेदी भी वहीं मौजूद थीं, उन्होंने मजाकिया लहजे में कहा, “मैं अपनी बेटी आलिया को आपके पास भेजूंगी और आमिर अंकल को उसके हाथ पर थूकना पड़ेगा।” आमिर ने कहा था कि उन्होंने दंगल फ़िल्म की एक्ट्रेसेस फ़ातिमा व सान्या मल्होत्रा के हाथों पर भी थूका था।
हालांकि, सभी अभिनेत्रियों ने आमिर खान की थूकने की शरारत को हल्के में नहीं लिया है। 1997 की फिल्म ‘इश्क’ के सेट पर, आमिर खान ने कई क्रू सदस्यों के सामने जूही चावला का हाथ देखने के लिए मांगा। जब जूही ने हाथ आगे बढ़ाया, तो आमिर खान ने हाथ में थूक दिया और भाग गये। इस प्रैंक ने जूही चावला को इस हद तक प्रभावित किया कि वह अगले दिन शूटिंग में शामिल नहीं हुईं। जूही ने इस घटना के कारण सालों तक आमिर से बात नही की थी।
इसी तरह की एक और घटना है जब आमिर खान ने हथेली में भाग्य पढ़ने की आड़ में माधुरी दीक्षित के हाथों में थूक दिया था। यह 1990 की फिल्म दिल के सेट पर हुआ था। इस “प्रैंक” से माधुरी दीक्षित भी गुस्से में आ गईं थीं।
गुडलक के लिए क्रिकेटर गेंद चूमने, हेलमेट उतारने जैसी चीजों के लिए मशहूर रहे हैं। धोनी भी बार बार ग्लव्स खोलते दिखते थे। पर फिल्म इंडस्ट्री में ‘अच्छी किस्मत’ के लिए थूकने वाली ये पहली घटना सामने आई है। ये इसलिए भी चर्चा में रहेगी क्योंकि आमिर अपनी कई फिल्मों में ‘अंधविश्वास और रीति रिवाज’ के खिलाफ मुखर रहे हैं।