दरंग: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने
मंदिरों की भूमि को अतिक्रमण मुक्त करने की प्रतिबद्धता दोहराई है।
हिमंत बिस्वा शर्मा ने कल दरंग जिले के सिपझार के गरुखुटी क्षेत्र का दौरा किया और ढालपुर में शिव मंदिर के पास अवैध बसने वालों द्वारा अतिक्रमण मुक्त किए गए नदी क्षेत्रों का दौरा किया।
गरुखुटी का दौरा करने के बाद, उन्होंने एक देशी नाव में क्षेत्र का दौरा किया और पहाड़ी की चोटी पर स्थित शिव मंदिर का भी दौरा किया। मुख्यमंत्री मंदिर को सेवाएं प्रदान करने वालों व मंदिर प्रबंधन समिति से भी बातचीत की।
गौरतलब है कि इस शिव मंदिर की 180 बीघा जमीन में से सिर्फ 120 बीघा जमीन ही अवैध अतिक्रमण कारियों के कब्जे में थी, हालांकि इस जमीन को हाल ही में पुलिस और जिला प्रशासन ने मुक्त करा दिया है।
इसके बाद मुख्यमंत्री ने स्थानीय पत्रकारों से बात की और अतिक्रमणकारियों को हटाने के लिए पुलिस और जिला प्रशासन द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की।
मुख्यमंत्री ने भगवान शिव का आशीर्वाद लेने के लिए शिव मंदिर में भी पूजा-अर्चना की। उन्होंने मंदिर प्रबंधन और स्थानीय लोगों को मणिकूट स्थापित करने, गेस्ट हाउस और चारदीवारी बनाने का आश्वासन दिया। मंदिर को पर्यटक आकर्षण में बदलने के लिए सभी कदम उठाए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने मंदिर प्रबंधन समिति को आश्वासन दिया कि ऐतिहासिक शिव मंदिर के संरक्षण और सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे। मंदिर की पवित्रता बनी है और पर्यटकों द्वारा इसका दौरा किया जाता है।
उन्होंने समाज के सभी वर्गों से, चाहे उनकी धार्मिक जुड़ाव कुछ भी हो, सरकार के साथ केंद्र बिंदु के रूप में सहयोग करने का आह्वान किया। राज्य के नियंत्रण और मंदिरों की भूमि को मुक्त कराने की राज्य सरकार की वचनबद्धता को दोहराते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि असम अपनी भूमि, पहचान, संस्कृति, भाषा और विरासत को आक्रमणकारियों और अवैध अप्रवासियों से बचाने के लिए कदम उठाएगा।
उन्होंने यह भी बताया कि मंदिर की भूमि के उपयोग और मंदिर द्वारा अर्जित राजस्व पर निर्णय लेने का अधिकार मंदिर प्रबंधन समिति में निहित होगा।