कोलकाता: कांग्रेस में अब फूट खुलकर सामने आने लगी है क्योंकि वरिष्ठ नेता ने पार्टी की मूल विचारधारा का हवाला बंगाल में ISF से गठबंधन को शर्मनाक बताया है।
दरअसल आज सोमवार को पार्टी के वरिष्ठ नेता व राज्यसभा सांसद आंनद शर्मा ने कई राज्यों में कांग्रेस के गठबंधन पर सवाल खड़े किए। शर्मा ने कहा “आईएसएफ और ऐसे अन्य दलों से साथ कांग्रेस का गठबंधन पार्टी की मूल विचारधारा, गांधीवाद और नेहरूवादी धर्मनिरपेक्षता के खिलाफ है, जो कांग्रेस पार्टी की आत्मा है। इन मुद्दों को कांग्रेस कार्य समिति पर चर्चा होनी चाहिए थी।”
आगे शर्मा ने पश्चिम बंगाल कांग्रेस ईकाई को फटकार लगाते हुए कहा “सांप्रदायिकता के खिलाफ लड़ाई में कांग्रेस चयनात्मक नहीं हो सकती है। हमें हर सांप्रदायिकता के हर रूप से लड़ना है। पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की उपस्थिति और समर्थन शर्मनाक है, उन्हें अपना पक्ष स्पष्ट करना चाहिए।”
गौरतलब है कि फुरफुरा शरीफ के मौलवी की पार्टी इंडियन सेकुलर फ्रंट ने बंगाल में चुनाव से पहले कांग्रेस, लेफ्ट से गठबंधन की घोषणा कर दी थी। हालांकि रिपोर्ट की मानें तो गठबंधन ब्रिगेड मैदान की रैली के 24 घंटे के भीतर ही टूट हो गई है।
कांग्रेस के खिलाफ उम्मीदवार उतारने की बात:
इंडियन सेकुलर फ्रंट (indian secular front) के पीरजादा अब्बास सिद्दीकी ने कांग्रेस के खिलाफ कैंडिडेट उतारने की बात कही है। पीरजादा ने कहा है कि हम उन सीटों पर उम्मीदवार उतारेंगे, जो हमारी मांग में शामिल है। पीरजादा अब्बास सिद्दीकी के इस बयान के बाद राज्य में संयुक्त मोर्चा के भीतर सियासी हलचल तेज हो गई है।