श्योपुर: पहले दिन से ही किसान हितों का दावा करने वाला किसान आंदोलन अब पूरी तरह राजनीतिक रूख अख्तियार करता दिख रहा है। 26 जनवरी को हुई हिंसा के बाद देश की जनता की किसान आंदोलन से सहानुभूति ख़त्म हुई, किसान संगठनों में दूरी बढ़ी तो अब किसान नेता राकेश सीधे जनता के बीच जाकर अपनी बात रख रहे है।
दरअसल राकेश टिकैत को मध्यप्रदेश के ग्वालियर के कृषि मंत्री के संसदीय क्षेत्र श्योपुर स्तिथ जैदा मंडी में आयोजित किसान महापंचायत में पहुंचे तो महापंचायत में अपनी राजनीतिक जमीन तलाशने विपक्षी दलों के नेता भी पहुंचे।
कांग्रेस की प्रशंशा की तो भड़काऊ बाते भी कही
भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष राकेश टिकैत के निशाने पर भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री मोदी रहे तो यूपीए सरकार के प्रति नरम रुख रखते हुए कांग्रेस की प्रशंसा की।
राकेश टिकैत ने 2021 को आंदोलनों का साल बताते हुए कई विवादास्पद बातें भी कही। उन्होंने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि जहां पुलिस के वेरिकेडस देखिए उन्हें तोड़ दो और ओर अब महापंचायत के लिए प्रशासन की अनुमति नहीं ली जाएगी।
राकेश टिकैत ने कहा कि देश के भोले भाले लोगों को बरगला कर सत्ता हथियाने वाली बीजेपी से देश को बचाना है। उन्होंने कहा कि कृषि मंत्री तोमर के आगे कुछ नहीं है सरकार को कुछ व्यापारी चला रहे हैं।
उन्होंने कहा कि नई कृषि कानूनों में वर्णित कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग से 20 साल के बाद किसानों की जमीन छीन ली जाएगी। वे खुद की जमीन की ही नौकर बन जाएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार नया कानून ला रही है जिसके तहत 10 साल पुराने ट्रैक्टर नहीं चलेंगे जब भी वास्तविकता में सरकार की तरफ से ऐसा कोई मसौदा नहीं है। टिकैत बनी सभा में राम मंदिर के खिलाफ भी बोलते दिखे।
कांग्रेस नेता ने कहा राम मंदिर के लिए चंदा उगाने वालो को जूते पहनाओ
सभा में कई कांग्रेसी नेता भी मौजूद थे। मध्यप्रदेश सीमा से सटे राजस्थान के बारां जिले के युवा कांग्रेसी नेता नरेश मीणा ने भी राम मंदिर के संबंध में आपत्तिजनक बयान दे दिया।
उन्होंने राम मंदिर के लिए चंदा होने वाले राम भक्तों को भिखारी बताया और कहा कि मंदिर निर्माण के लिए आने वाली भिखारियों को चंदे के रूप में एक चवन्नी भी ना दें। बल्कि उन भिखारियों को जूते की माले पहनाओ।
आपको बता दें नरेश मीणा राजस्थान के उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के खास करीबी माने जाते हैं। नरेश को कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता भी सचिन पायलट ने ही दिलाई थी।
ज्ञात हो नरेश मीणा को 26 जनवरी को हिंसा वाले दिन लाल किला पर भी देखा गया था। जब लाल किला पर धार्मिक झंडा लहराया गया तो नरेश मीणा वहीं मौजूद थे, फोटो ले रहे थे, वीडियो बनवा रहे थे।