सीहोर: मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा है कि मुसलमानों की जन्मदर जितनी तेजी से घट रही है उतनी तेजी से हिंदुओं की जन्मदर नहीं घटी है।
सीहोर में किसान पदयात्रा कार्यक्रम के समापन के दौरान टाउन हॉल में आयोजित एक कार्यक्रम में दिग्विजय सिंह ने कहा कि जनता में एक और भ्रम फैलाया जा रहा है कि मुसलमानों की जनसंख्या बढ़ती जा रही है और हिंदुओं की घटती जा रही है जिसकी वजह से 2030-40 तक मुसलमान बहुसंख्यक हो जाएँगे।
एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि इस रिपोर्ट से यह साबित होता है कि मुसलमानों की जन्म दर हिंदुओं से अधिक तेज़ी से गिर रही है। यह अनुमान लगाया जा रहा है कि यदि इसी प्रकार से हिंदुओं और मुसलमानों की जन्म दर घटती है तो वर्ष 2028 तक दोनों की जन्म दर स्थाई हो कर भारत की जनसंख्या स्थिर हो जाएगी।
उन्होंने कहा, “ये कहते हैं कि मुसलमान 4-4 बीवी कर लेते हैं। दर्जनों बच्चे पैदा कर लेते हैं। और 10-20 साल बाद मुसलमान बहुसंख्यक हो जाएंगे और हिंदू अल्पसंख्यक हो जाएंगे। मैं चुनौती देता हूं जो भी मुझसे चर्चा करना चाहें कर लें।”
दिग्विजय सिंह ने कहा कि एक रिपोर्ट आई है, जिसमें सेंसेस रिपोर्ट के आधार पर स्टडी किया गया है कि 1951 से लेकर आज तक मुसलमानों की जन्मदर जितनी तेजी से घट रही है उतनी तेजी से हिंदुओं की जन्मदर नहीं घटी है, लेकिन आज भी मुसलमानों की जन्मदर 2.7 है और हिंदुओं की 2.3 है यानि कि परिवार में 2.3 परिवार आ जाता है, उनका 2.7 है, लेकिन जिस प्रकार से जनसंख्या की जन्मदर घट रही है। 2028 तक हिंदुओं की और मुसलमानों की जन्मदर बराबर हो जाएगी।