उन्नाव: उत्तर प्रदेश के उन्नाव में मिले एक 11 वर्षीय दलित लड़की के शव की गुत्थी पुलिस ने सुलझा दी है। दो दिन पहले दलित किशोरी का शव रेल पटरी के किनारे मिला था जिसके शरीर पर गहरे घाव भी थे। पोस्ट मार्टम रिपोर्ट में बच्ची के निजी अंग में घाव के निशान भी पाए गए थे।
बच्ची के परिजनों ने बेटी की हत्या व उससे दुष्कर्म का आरोप अपने पड़ोसियों पर लगा दिया था। जिसपर पुलिस ने पड़ोसी महिला रानी राजपूत, उसके जेठ व देवर पर हत्या, दुष्कर्म व एससी एसटी एक्ट का मामला दर्ज किया था।
परिजनों ने बताया था कि बच्ची छत पर सो रही थी जिसे पड़ोसियों ने अगवा कर उसके साथ बर्बरता की। हालाँकि पुलिस ने जाँच में परिवार के आरोप को झूठा पाया। पुलिस ने खुलासा किया कि बच्ची के पिता ने पड़ोसियों को झूठे एससी एसटी एक्ट के मामले में फ़साने के लिए अपनी ही बेटी को मौत के घाट उतार दिया था। साथ ही उसके निजी अंग पर चोट पहुंचाई थी ताकि सभी को दुष्कर्म का मामला भी लगे।
क्राइम सीन रिक्रिएट कराने में पुलिस को हुआ शक
क्राइम सीन को रिक्रिएट करने पहुंची टीम ने परिजनों की बातो के अनुसार घटना दोहराई तो छत से सिपाही निचे नहीं उतर पाया जिससे पुलिस को परिजनों पर शक हुआ। साथ ही मोबाइल लोकेशन से भी पुलिस का शक गहरा गया।
शव के पास पड़ी थी पिता की चप्पलें
शव के पास चप्पलें पड़ी थी जोकि पूछने पर लड़की के पिता की निकली। मृतका के बड़े भाई से चप्पलों के बारे में पूछा तो उसने पिता ध्रुव कुमार की बताई।
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