नर्मदापुरम: पिछले कुछ वर्षों में बीजेपी शासित राज्यों में शहरों के नाम बदलने की होड़ लगी हुई है। योगी सरकार द्वारा फैजाबाद का नाम अयोध्या इलाहाबाद का नाम प्रयागराज रखा गया उसी संबंध में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी योगी सरकार की राह पर हैं।
सीएम शिवराज ने होशंगाबाद का नाम बदलकर नर्मदापुरम रखने की घोषणा कर दी। दरअसल इन दिनों मध्यप्रदेश में कई ऐतिहासिक स्थलों के नाम बदलने की मांग जोर पकड़े हुए हैं इनमें इकबाल मैदान हबीबगंज स्टेशन और होशंगाबाद मुख्य थे।
सांसद साध्वी प्रज्ञा व राज्य विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने होशंगाबाद का नाम बदलकर नर्मदापुरम रखने की सिफारिश लंबे समय से करी है। मुख्यमंत्री शिवराज ने कल नर्मदा जयंती के पावन अवसर पर होशंगाबाद का नाम बदलकर नर्मदा नदी के नाम पर नर्मदा पुरम करने की घोषणा की।
साध्वी प्रज्ञा की इस संबंध में तर्क थे कि विदेशी लुटेरे ने हमारी सभ्यता के प्रतीक मंदिर मठ नष्ट कर दिए, भगवान शिव के भोजपुर मंदिर का शिखर तोड़ दिया। उस आक्रांता के नाम पर शहर का नाम स्वीकार नहीं है बल्कि मां नर्मदा जिसके दर्शन मात्र से पुण्य मिलता है खेतों में हरियाली हो उन्ही नर्मदा के नाम पर शहर पहचाना जाए।
आपको बता दें कि इतिहास में होशंगाबाद को नर्मदा नगर के नाम से जाना जाता था लेकिन 15 वीं शताब्दी में जब मुगल शासक होशंग शाह मालवा क्षेत्र में आया तो उसी के नाम पर शहर का नाम होशंगाबाद रखा गया।
होशंगशाह की शासन के दौरान 14 से 5 ईसवी में अभिलेखों में पहली बार नर्मदापुरम को होशंगाबाद कहने का जिक्र आया। मध्य प्रदेश का नर्मदा पुरम अपने हिंदू मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है। यहां हर कदम पर आपको हिंदू मंदिर देखने को मिल जाएंगे। यहां हजारों मंदिर होने के कारण जिले को धार्मिक नगरी कहा जाता है।
खेड़ापति, हनुमान मंदिर, शनि मंदिर नर्मदा नगर के कुछ प्रसिद्ध मंदिर है। इससे पहले सीएम शिवराज नर्मदा जयंती की आयोजन भी पहुंचे तो उनका निराला अंदाज देखने को मिला मानों भक्त ने खुद को पूर्णता भगवान को समर्पित कर दिया।
मंच पर सीएम ने “मां का भजन सुखदाई जियो रे मेरे भाई भजन भी गाया”। सीएम ने कार्यक्रम में भाग लेने के साथ नर्मदा किनारे पहुंचकर सरकारी कार्यों का भी जिक्र किया, उन्होंने घाटों की सफाई सौंदर्य देखकर संबंधित अधिकारियों की प्रशंसा भी की।