नई दिल्ली: बढ़ते लवजिहाद व धर्मांतरण के मुद्दों का हवाला देकर कानून की मांग उठ गई है।
कुछ माह पहले ही हरियाणा के मेवात में धर्मांतरण को लेकर बवाल मचा था ऐसे ही कुछ कानपुर ही हालियां घटनाओं के साथ देखा गया जिसके लिए योगी सरकार ने SIT जांच के लिए टीम गठित कर दी है।
इसी मुद्दे को सुप्रीम कोर्ट के चर्चित अधिवक्ता अश्विनी उपाध्याय ने भी उठाया है और कानून बनाने की मांग की है। अधिवक्ता ने कहा कि “लद्दाख से लक्षदीप तक और कच्छ से कामरूप तक साम दाम दंड भेद द्वारा धर्मांतरण और निकाह की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं इसलिए धर्मांतरण और लव जिहाद के खिलाफ एक कठोर और प्रभावी कानून बनाना नितांत आवश्यक है जय हिन्द।”
लद्दाख से लक्षदीप तक और कच्छ से कामरूप तक साम दाम दंड भेद द्वारा धर्मांतरण और निकाह की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं इसलिए धर्मांतरण और लव जिहाद के खिलाफ एक कठोर और प्रभावी कानून बनाना नितांत आवश्यक है #जय_हिंद@HMOIndia @AmitShah@JPNadda @blsanthosh@PMOIndia @narendramodi
— Ashwini Upadhyay (@AshwiniBJP) August 26, 2020
VHP ने दलितों के धर्मांतरण का उठाया था मुद्दा:
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