नई दिल्ली: केंद्र की मोदी सरकार ने 42 संगठनों को आतंकवादी संगठन घोषित किया है। तो दूसरी ओर आतंकी घटनाओं में भी कमी आई है।
सरकार ने इन 42 संगठनों को आतंकी घोषित करने के साथ ही गैरकानूनी गतिविधियों (रोकथाम) अधिनियम, 1967 की पहली अनुसूची में उनके नाम सूचीबद्ध किए हैं।
गृह राज्य मंत्री श्री जी किशन रेड्डी ने कल लोकसभा में प्रश्न के लिखित उत्तर में यह बात कही। सरकार ने कहा कि भारत में आतंकवाद काफी हद तक सीमा पार से प्रायोजित किया गया है।
गृह मंत्रालय ने लोक सभा में जानकारी दी, 2020 में 244 आतंकी घटनाएं हुईं और 221 आतंकी मारे गए। 2019 में 594 आतंकी घटनाएं हुईं तो 157 आतंकी मारे गए। गृह मंत्रालय के मुताबिक पिछले साल 6 आम नागरिक मारे गए, 33 जवान शहीद हुए। 2019 में 5 आम नागरिक मारे गए, 27 जवान शहीद हुए।
पिछले तीन वर्षों और चालू वर्ष के दौरान जम्मू-कश्मीर सहित पूरे देश के भीतरी इलाकों में आतंकवादी हमलों के दौरान मारे गए आतंकवादियों और व्यक्तियों की संख्या नीचे दी गई है:
सरकार ने कहा है कि उसने इस संबंध में विभिन्न कदम उठाए हैं, जिसमें कानूनी ढांचे को मजबूत करना, खुफिया तंत्र को सुव्यवस्थित करना, राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (एनआईए) की स्थापना, आतंकवाद से संबंधित मामलों की जांच और अभियोजन, राष्ट्रीय सुरक्षा गार्डों (एनएसजी) के विभिन्न केंद्रों का होना, कदम बढ़ाना शामिल है।
सीमा और तटीय सुरक्षा, पुलिस बलों का आधुनिकीकरण और राज्य पुलिस बलों की क्षमता निर्माण आदि। सभी हितधारकों के ठोस और समन्वित प्रयासों के कारण, देश में आतंकवाद से संबंधित हिंसा काफी हद तक समाहित हो गई है।