भोपाल: तांडव वेब सीरीज का विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है और अब तो कलाकारों निर्माताओं पर कानूनी कार्यवाही का शिकंजा कसता नजर आ रहा है।
उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा फ़िल्म के कलाकारों के खिलाफ लखनऊ में मामला दर्ज करने के बाद मध्यप्रदेश सरकार भी फ़िल्म पर कार्रवाई करने की योजना बना चुकी है।
इस पूरे मसले पर आज मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने आरोप लगाते हुए कहा कि तांडव वेब सीरीज को मैं जितना देख समझ पाया उसमें एक बात तो तय आती है कि जो टुकड़े टुकड़े गैंग की नारेबाजी है उसे जानबूझकर सुनियोजित तरीके से वैध करने की कोशिश की गई है, ये समझाने की कोशिश की गई है। उस गैंग का तो इतिहास ही भारत माता हिन्दू देवी देवताओं बहुसंख्यक हिंदू धर्म की भावनाओं की कोशिश करने की है। ये जो जीशान आयूब है, अली अब्बास जफर, सैफ अली खान है इनकी आदत बनती जा रही है।
उन्होंने कहा कि टुकड़े-टुकड़े गैंग ने सुनियोजित तरीके से हिंदू समाज की भावनाओं को ठेस पहुंचाने की कोशिश की है। हम इस संबंध में विधि विभाग से सलाह-मशविरा कर रहे हैं कि इनके खिलाफ क्या कानूनी कदम उठाया जा सकता है। क्या केस दर्ज हो सकता है क्या वैधानिक कार्रवाई हो सकती है।
यूपी पुलिस ने दर्ज की FIR:
उधर बढ़ते विवाद के बीच उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में तांडव वेब सीरीज के खिलाफ हजरतगंज थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
हजरतगंज थाने में दर्ज एफआईआर में वेब सीरीज तांडव के निर्देशक अली अब्बास, प्रोड्यूसर हिमांशु कृष्ण मेहरा, लेखक गौरव सोलंकी और हेड इंडिया ओरिजिनल कंटेंट (अमेजन) अपर्णा पुरोहित का नाम शामिल है। यह एफआईआर लखनऊ के हजरतगंज कोतवाली के सब इंस्पेक्टर अमरनाथ यादव की तहरीर पर लिखी गई।
क्या है विवादित हिस्सा:
दरअसल, वेब सीरीज के पहले ही एपिसोड में सीरीज के कलाकार जीशान अय्यूब भगवान शिव के वेश में दिखाई दे रहे हैं और इसी वेशभूषा में वह एक यूनिवर्सिटी में छात्रों को संबोधन में कह रहे हैं कि ‘आपको किससे आजादी चाहिए।’ जीशान के आते ही मंच संचालक कहता है- ‘नारायण-नारायण, प्रभु कुछ करिए। रामजी के फॉलोअर्स सोशल मीडिया पर लगातार बढ़ते जा रहे हैं. मुझे लगता है हमें कोई नई स्ट्रेटजी बनानी चाहिए।’
इस पर भगवान शिव के रूप में नजर आ रहे जीशान अय्यूब कहते हैं, ‘क्या करूं तस्वीर बदल दूं क्या?’ जिसके जवाब में मंच संचालक कहता है ‘भोलेनाथ आप तो बहुत ही भोले हैं।’