अगरतला: पूर्वोत्तर राज्य त्रिपुरा से सांसद प्रतिमा भौमिक ने मोदी कैबिनेट में जगह पाकर इतिहास रचा है वहीं उनके परिजनों में खुशी का माहौल है।
मोदी कैबिनेट का चेहरा बुधवार को पूरी तरह से अलग हो गया। प्रधानमंत्री मोदी की नई टीम में अगर कुछ पुराने खिलाड़ियों की छुट्टी हुई है। तो कुछ नए लोगों को भी जगह मिली है। इस सूची में त्रिपुरा से महिला सांसद प्रतिमा भौमिक भी शामिल है। उन्हें सामाजिक न्याय एवं सशक्तिकरण मंत्रालय में राज्य मंत्री बनाया गया है।
त्रिपुरा की राजनीति में इतिहास
त्रिपुरा की प्रतिमा भौमिक ने भी केंद्रीय मंत्री के तौर पर शपथ ली लेकिन उन्होंने ऐसा करते ही इतिहास रच दिया। दरअसल, प्रतिमा भौमिक त्रिपुरा की पहली नेता हैं जो केद्रीय मंत्री बनी हैं।
जिस वक्त प्रतिमा बतौर राज्य मंत्री के पद की शपथ ले रही थीं उस वक्त उनके परिजनों में भावुक वातावरण था। इसी बीच बहुत ही भावुक कर देने वाली तस्वीर आई जब सांसद प्रतिमा भौमिक की मां कानन भौमिक ने अपनी बेटी की तस्वीर को गले लगा लिया। इस भावुक पल का वीडियो एबीपी के पत्रकार ने साझा किया है।
प्रतिमा त्रिपुरा में दीदी के रूप में जानी जाती हैं, वह स्वतंत्र भारत के 74 वर्षों में प्रदेश से कैबिनेट में शपथ लेने वाली पहली महिला सांसद हैं। प्रतिमा पेशे से कृषक एवं सामाजिक कार्यकर्ता हैं।
जन्म एवं शिक्षा:
पश्चिम (त्रिपुरा) से भाजपा की सांसद पार्टी प्रतिमा के पिता का नाम देबेंद्र कुमार भौमिक एवं माता का नाम कानन भौमिक है। उनका जन्म 28 मई 1969 को जन्म बरनारायण गाँव सिपाहीजाला जिला, त्रिपुरा में हुआ।
शैक्षिक योग्यता की बात करें तो उन्होंने स्नातक (जैव विज्ञान) की पढ़ाई महिला कॉलेज, अगरतला, त्रिपुरा विश्वविद्यालय से की।
पद धारण:
मई, 2019: 17वीं लोकसभा के लिए चुनी गईं। 13 सितंबर 2019 से खाद्य, उपभोक्ता मामले और सार्वजनिक वितरण पर स्थायी समिति की सदस्य हैं। 9 अक्टूबर 2019 से सदन की बैठकों से सदस्यों की अनुपस्थिति पर समिति सदस्य, सलाहकार समिति, रेल मंत्रालय सदस्य, हिंदी सलाहकार समिति, DONER मंत्रालय की सदस्य हैं।