जयपुर: राजस्थान कांग्रेस के विधायक ने आदिवासियों के लिए अलग धर्म कोड की मांग करते हुए कहा कि वह हिंदू धर्म का हिस्सा नहीं है।
दअरसल राजस्थान विधानसभा में कल चर्चा के दौरान डूंगरपुर से कांग्रेस के युवा विधायक गणेश घोघरा जो कि प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष भी हैं, ने कहा कि आदिवासी धर्म हिंदू धर्म का हिस्सा नहीं है उसकी अलग पूजा पद्धति है वो प्रकृति, पत्थर, पहाड़ को पूजते हैं।
उन्होंने भाजपा व आरएसएस पर आरोप लगाते हुए कहा कि ये आरएसएस और मोदी सरकार हम आदिवासियों को हिंदू बताती है लेकिन हम हिंदू नहीं है। हमारा खानपान, वेशभूषा सब अलग है।
उन्होंने माँग की है कि आदिवासियों के लिए हिंदू धर्म से अलग धर्मकोड बनाया जाए। मोदी सरकार हमारा आरक्षण खत्म कर रही है हमारे हक छीना जा रहा है।
गणेश घोगरा ने राज्य की अपनी ही कांग्रेस सरकार को घेरते हुए कहा कि आदिवासियों के पास जमीन नहीं है, खाने के लिए अनाज नहीं है, कपड़े नहीं हैं, डरा धमका कर राजनीतिक स्वार्थ के लिए उन्हें राजपूत बना दिया गया।
उन्होंने सरदार पटेल की मूर्ति पर सवाल उठाते हुए कहा कि गुजरात में सरदार पटेल की मूर्ति बना दी गई वहां से आदिवासियों को विस्थापित कर दिया गया। औने पौने दाम का मुआवजा नहीं दिया गया।
कांग्रेस विधायक और इन बयानों का सदन में ही भाजपा विधायकों ने पुरजोर विरोध किया। इस बीच दोनों में तीखी बहस भी हो गई। बीच बचाव करना पड़ा तो विधानसभा अध्यक्ष ने विधायक को कहा धर्म की बात न करें अपने मुद्दों को सामने रखें। उनके कल्याण की बात करें।
कांग्रेस विधायक ने ये तक कह दिया कि बीच में टोककर उनका समय जाया कर दिया। वो आदिवासी हैं तो 10 मिनट और अलग से समय दें।