बदायूं: जिले के उधैती थाना क्षेत्र में एक आंगनबाड़ी सहायिका के साथ गैंगरेप ने दिल्ली के निर्भया कांड की यादों को लोगों के जहन में फिर से ताजा कर दिया है।
उधैती क्षेत्र में एक आंगनबाड़ी सहायिका (42 वर्ष )के साथ गैंगरेप कर उसकी हत्या कर दी गयी। दरिंदो ने मानवता की सारी हदें पार करते हुए उसके गुप्तांग में रॉड जैसी कोई चीज डालने के अलावा बाईं पसली-पैर भी तोड़ दिए। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इसकी पुष्टि भी हुई है। हत्या करने के बाद आरोपियों ने आंगनबाड़ी सहायिका की अर्धनग्न खून से लथपथ लाश को गाड़ी में डालकर उसके घर के बाहर फेंक दिया था। जिसमे पुलिस की ओर से लापरवाही भी सामने आई है।
घटना के 16 घंटे बाद पुलिस हरकत में:
ये सनसनीखेज वारदात उधैती थाना क्षेत्र के मेऊली गांव की है। जहां 42 वर्षीय महिला अपने मायके आई हुई थी और रविवार शाम पास के गांव स्थित एक मंदिर पर पूजा के लिए गयी थी। लेकिन देर शाम तक जब वह घर वापस नहीं लौटी तो परिजनों ने महिला की तलाश शुरू करी। परिजनों के मुताबिक रात करीबन साढ़े 11 बजे एक तांत्रिक अपने दो साथियों के साथ आया और महिला के शव को अर्धनग्न हालत में घर के बाहर डालकर चला गया। महिला के कपड़े खून से लथपथ थे व कपड़े भी फटे हुए थे। इस घटना के बाद परिजनों ने पुलिस को सूचना दी लेकिन पुलिस नहीं आई।
सोमवार सुबह परिजनों ने डायल-112 को एक बार फिर सूचना दी। लखनऊ कंट्रोल रूम से डायल-112 महिला पुलिस जब महिला के घर पहुंची तब थाना में हड़कंप मचा जिसके बाद उधैती पुलिस मौके पर आई।
सोमवार की दोपहर करीबन 16 घंटे बाद लाश पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया:
परिजनों ने सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या का आरोप लगाया था लेकिन उघैती थानेदार राघवेंद्र प्रताप सिंह ने घटनास्थल का मुआयना तक नहीं किया।
आरोपी के मुताबिक महिला कुएं में गिरी थी लेकिन उसने इस संबंध में किसी गांव वाले को सूचना नहीं दी बल्कि अपने दो परिचित लोगों बुलाकर महिला की लाश उसके घर के बाहर डाल दी।
महिला डॉक्टर समेत तीन डॉक्टरों के पैनल ने पोस्टमार्टम किया:
मंगलवार शाम को पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई तो पता चला कि महिला के गुप्तांग में गंभीर चोटें हैं। उसकी गुप्तांग में लोहे या लकड़ी की रॉड जैसा कुछ डाला गया है। इसके अलावा बाएं पसली-पैर-फेफडे पर भी गंभीर घाव हैं, इसकी वजह से उसका काफी खून भी निकल गया था। इस मामले में आरोपी बाबा सत्यनारायण, उसका शिष्य वेदराम व वाहन चालक जसपाल फरार हैं।
तांत्रिक आरोपी पर है शक, सूखे कुएं से निकाली थी लाश:
अभी तक मिली जानकारी के अनुसार मुख्य आरोपी बाबा एक तांत्रिक बताया जा रहा है जिसके पास अकसर महिला आती जाती रहती थी। महिला के पति की दिमागी हालत ठीक नहीं थी जिसके चलते वह उसके पास उपाय करने के लिए जाती रहती थी। वहीं बाबा ने पुलिस को यह बताया था कि उसे कुंए में महिला की घायल अवस्था में लाश मिली थी जिसे वह लेकर पास ही के एक नर्सिंग होम में भी गया था। हालाँकि नर्सिंग होम ने इलाज करने से मना कर दिया था जिसके बाद वह उसे उसके घर पर छोड़ आया था। तांत्रिक व महिला दोनों एक ही जाति के बताये जा रहे है। ऐसा अनुमान है कि महिला के साथ गैंग रेप कर उसका शव कुंए में फेंका गया हो।
कार्यवाई करने से बचती रही पुलिस:
रविवार रात जब साढ़े 11 बजे आरोपियों ने महिला की लाश अर्धनग्न और खून से लथपथ उसके घर के बाहर फेक दी थी। उसके बाद से ही घटनाक्रम स्पष्ट था। परिजनों ने रात 12 बजे ही थाने में इसकी सूचना दी लेकिन पुलिस वहां नहीं पहुंची। लाश को घर फेंके जाने से लेकर 16 घंटे बाद पोस्टमार्टम को भेजे जाने तक आरोपी गाँव में ही मौजूद थे लेकिन पुलिस ने परिजनों की बार बार शिकायत के बावजूद उसे हिरासत में नहीं लिया। बल्कि लापरवाह इंस्पेक्टर राघवेंद्र प्रताप सिंह ने आरोपी की ही बात को आगे बढ़ाया था। हालाँकि अब पुलिस जल्द से जल्द तीनों आरोपियों को हिरासत में लेने का दावा कर रही है।
#DonateUS दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रो द्वारा चलाए जा रहे इस मीडिया पोर्टल को आर्थिक सहायता देकर आप हमे अधिक सशक्त बना सकते हैं. स्कैन करे या UPI करे 8800454121@paytm पर
Vivek is an ordinary man who breaks unusual news.