नई दिल्ली: कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने मंगलवार को एक्टिविस्ट योगेंद्र यादव पर किसानों को उकसाने का आरोप लगाया, जिससे गणतंत्र दिवस पर हिंसा हुई।
मंगलवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान बोलते हुए, पंजाब से कांग्रेस सांसद बिट्टू ने कहा, “मैं खुलकर कहता हूं सारी साजिश में चाहे 24 जनवरी हो या 26 जनवरी वाली सभी में योगेंद्र यादव शामिल है। ये योगेंद्र यादव ही सबसे बड़ी आग लगाने वाला है। यदि इसे आज भी पकड़ लो तो किसान और सरकार की बात हो जाएगी।”
आगे बिट्टू ने कहा, ”कोई भी किसान देश के खिलाफ नहीं है। पंजाब के लोग कभी भी तिरंगे की गरिमा को नुकसान पहुंचाने के लिए कुछ नहीं कर सकते।” बिट्टू ने यह भी दावा किया कि “ये लोग खालिस्तानी फंडिंग करने वाले हैं”।
गौरतलब है कि रविवार 24 जनवरी को दिल्ली की सीमाओं में कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों ने कांग्रेस नेता बिट्टू को विरोध प्रदर्शन में शामिल होने से रोका दिया था।आंदोलनकारी किसानों ने लुधियाना सांसद बिट्टू को विरोध स्थल छोड़ने के लिए भी कहा था।
प्लानिंग कर हमले का लगाया था आरोप
हालांकि बिट्टू ने इसके बाद गम्भीर आरोप लगाते हुए कहा था कि ‘आप झंडे उठाकर खालिस्तान के नारे लगाओ, फिर भी हम भागने वाले नहीं है। पहले भी शहादत दी है, हम पर बड़ी प्लानिंग के तहत हमला किया गया है, मारने की प्लानिंग थी। हम लोगों पर कातिलाना हमला किया गया है, हमारी पगड़ी पर हमला किया गया लाठी से हमला हुआ। हम जाने वाले नहीं है, कुछ लोग हैं, इनसे सरकार और एजेंसी निपट लेंगी। 26 जनवरी को जो होना था वो आज ही एक्सपोज हो गया, उनके हाथ में झंडे थे, वो किसानों के झंडे नहीं थे।’
खालिस्तानी झंडे ले जाने के लिए दिया गया 1 करोड़ 80 लाख:
बिट्टू ने किसान आंदोलन पर गम्भीर आरोप लगाते हुए कहा था “पहले से ही इस बात को उठा रहा हूं। किसान आंदोलन में खालिस्तानी झंडों के साथ उपद्रवी तत्व मौजूद हैं, लेकिन किसान नेता उन लोगों की पहचान के लिए क्या कर सकते हैं? उपद्रवी लोगों को किसान आंदोलन स्थल पर खालिस्तानी झंडा लहराने और फहराने के लिए 1 करोड़ से 80 लाख तक के ऑफर दिए जा रहे हैं। वैसे भी मैं एक टारगेट हूं।”