अयोध्या: मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की नगरी अयोध्या इस बार नौ लाख दीयों के प्रकाश से जगमगाएगी जिसकी घोषणा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा की गई है।
रविवार को लखनऊ के पंचायत भवन में आयोजित पिछड़ा मोर्चा के सामाजिक प्रतिनिधि सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत शहरी क्षेत्र में 09 लाख गरीब परिवारों को सरकार ने आवास मुहैया कराया है। इस दिवाली पर उन परिवारों के गृह प्रवेश की खुशी पर अयोध्या में होने वाले दीपोत्सव पर 09 लाख मिट्टी के दीये जलाएं जाएंगे। यह दीयें अयोध्या के प्रजापति समाज द्वारा ही बनाए गए हैं। साथ ही सरकार की ओर शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में दिए गए 42 लाख आवासों में भी एक – एक मिट्टी का दीया जलाया जायेगा।
उन्होंने कहा कि इस बार दिवाली में विदेश से आई लक्ष्मी गणेश की मूर्ति की नहीं बल्कि अपने मिट्टी से जुड़े कारीगरों की बनाई मूर्ति से पूजा होना चाहिए।
पूर्व सरकारों पर साधा निशाना
मुख्यमंत्री ने इस दौरान पूर्व की सरकारों को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि आपने 2014 से पहले शासन करने वालों को देखा होगा, ये लोग नारा भी लगाते थे, इनका नारा था सबका साथ, लेकिन उनके परिवार का विकास। उन्हें स्वयं और स्वयं के परिवार के अलावा समाज और राष्ट्र के बारे में कोई चिंता थी ही नहीं, यही कारण रहा कि प्रदेश पिछड़ता गया। बदहाली होती गई, बेरोजगारी बढ़ती गई, दंगों की आग में प्रदेश को झोंक दिया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्व-त्यौहार आते थे, व्यापार का समय होता था, तब प्रदेश में कर्फ्यू लग जाता था। दंगे होते थे, क्योंकि पिछली सरकारों की फितरत ही दंगा थी। वे दंगाइयों को प्राशर्य देकर आगे बढ़ाते थे। दंगों से प्रदेश की जनता प्रताड़ित थी, झूठे मुकदमे दर्ज होते थे।
अंत में मुख्यमंत्री ने कहा कि जो मूर्ति बनाता था, उसकी मूर्ति नहीं बिकती थी, जो दिया बनाता था उसके दिये तोड़ दिए जाते थे। उसके बाद पर्व-त्यौहार को अंधेरे में धकेल दिया जाता था। लेकिन आपने विगत साढ़े चार वर्षों में देखा होगा कि उत्तर प्रदेश में एक भी दंगा नहीं हुआ।