लखनऊ: उत्तर प्रदेश में सरकार के लाख दावों के बावजूद एक विशेष वर्ग के खिलाफ अपराध थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामला आजमगढ़ जिले के महाराजगंज थाना क्षेत्र के नरोत्तमपुर गाँव का है में जहाँ सोमवार शाम से लापता युवक का शव घर के पास हाते में मिलने के बाद गाँव में हंगामा मच गया। घटना से नाराज परिजनों और ग्रामीणों ने सड़क जामकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया और पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया। जानकारी मिलते ही एसपी ग्रामीण चिराग जैन अपनी टीम के साथ मौके पर पहुँचे और किसी तरह ग्रामीणों को समझा-बुझाकर शांत कराया।
बहन की हालत से भड़का गुस्सा
मंगलवार सुबह जब परिजनों और ग्रामीणों ने मिलकर प्रभात की तलाश शुरू की, तो उसकी बहन ने पुराने हाते को खोलकर देखा। जैसे ही उसने भाई का शव देखा, वह जोर-जोर से रोने लगी और बेहोश हो गई। इस घटना ने गाँव वालों और परिजनों का गुस्सा और बढ़ा दिया।
ग्रामीणों के अनुसार, सतीश चन्द्र मिश्रा का इकलौता बेटा प्रभात मिश्रा (19) सोमवार रात लगभग नौ बजे घर से गायब हो गया था। परिजन पूरी रात उसकी खोजबीन करते रहे, लेकिन उसका कोई पता नहीं चला। मंगलवार सुबह उसका शव घर के पास के हाते में मिला। शव की खबर से परिजन और ग्रामीण आक्रोशित हो गए और सड़क जामकर प्रदर्शन करने लगे। यह विरोध प्रदर्शन लगभग तीन घंटे तक चला। भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने कई थानों की पुलिस को बुला लिया ताकि स्थिति को काबू में किया जा सके।
धारदार हथियार से हमले की संभावना
एसपी ग्रामीण चिराग जैन ने बताया कि सोमवार रात को ही युवक की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई थी और मौके पर फील्ड यूनिट तथा एसओजी टीम को भेजा गया है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि मृतक के परिवार में केवल लड़कियाँ हैं, जिससे जमीनी विवाद की संभावना को नकारा नहीं जा सकता। युवक के चेहरे और गर्दन पर चोट के निशान पाए गए हैं, जिससे धारदार हथियार से हमले की आशंका है। पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है और दोषियों को जल्द गिरफ्तार कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
Nancy Dwivedi
Nancy Dwivedi reports for Neo Politico.