सुनामगंज: बांग्लादेश में इस्लामवादी नेता जुनैद बाबुनगरी के समर्थकों ने, 17 मार्च को सुनामगंज के शल्ला उपजिला में एक हिंदू गांव पर हमला कर दिया।
कहा गया कि ये भीड़ एक स्थानीय हिंदू व्यक्ति द्वारा हेफ़ाज़त-ए-इस्लाम के एक नेता की आलोचना करते हुए एक फेसबुक पोस्ट लिखने के कारण भड़की हुई थी। बांग्लादेश की मीडिया के मुताबिक बुधवार की सुबह सुनामगंज के शल्ला उपजिला में एक हिंदू गांव में हजारों हेफज़ात-ए-इस्लाम समर्थकों ने हमला किया।
हेफज़ात-ए-इस्लाम के अमीर अल्लामा जुनैद बाबूनगरी, संयुक्त महासचिव मौलाना मुफ्ती मामुनुल हक और कई अन्य केंद्रीय नेताओं के सोमवार को डेरई उपज़िला में एक सम्मेलन में भाग लेने के बाद घटना हुई।
सम्मेलन में मौलाना मामुनुल हक के भाषण से क्रोधित होकर, नोआगांव के एक हिंदू युवक ने मंगलवार को बंगबंधु की मूर्ति का विरोध करने वाले मामूनुल की आलोचना करते हुए एक फेसबुक पोस्ट किया। यह सुनकर, बुधवार को हथियारों के साथ भीड़ ने गांव पर हमला किया। धार्मिक हिंसा भड़काने की घटना का आरोप लगाते हुए क्षेत्र के हेफज़ात नेताओं ने मंगलवार रात को पहले ही विरोध प्रदर्शन कर दिया था।
स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस ने उसी रात हिंदू युवक को गिरफ्तार कर लिया।
हालांकि, काशीपुर, नचनी, चांदीपुर और कुछ अन्य मुस्लिम आबादी वाले हेफ़ाज़त नेता मामुनुल हक के कई हजार अनुयायी बुधवार को सुबह लगभग 9 बजे नोआगाँव गाँव में एकत्र हुए और स्थानीय हिंदुओं के घरों पर हमला किया। हहिबपुर संघ के अध्यक्ष विवेकानंद मजुमदार बकुल ने कहा कि गांव के कई घरों पर हमला किया गया है। कई स्थानीय हिंदू खुद को बचाने के लिए अपने घरों से भाग गए।
इस अवसर को हथियाने के लिए, हेफ़ाज़त-ए-इस्लाम के अनुयायियों ने गाँव में प्रवेश किया, कई घरों में तोड़फोड़ और लूटपाट की। पुलिस के अनुसार, घटना में 70-80 घरों में तोड़फोड़ की गई। खबर मिलते ही शल्ला थाने व दराई से से बड़ी संख्या में पुलिस मौके पर पहुंच गई।
शल्ला पुलिस स्टेशन OC नज़्मुल हक ने कहा कि पुलिस के साथ-साथ आरएबी के सदस्यों को मौके पर तैनात किया गया था। उन्होंने कहा कि अब स्थिति जनप्रतिनिधियों की मध्यस्थता से शांत है, जिसमें उपजिला अध्यक्ष अल अमीन भी शामिल हैं। सुनामगंज के उपायुक्त जहांगीर हुसैन और पुलिस अधीक्षक मिजानुर रहमान ने घटनास्थल का दौरा किया और ग्रामीणों को शांत किया। ओसी नजमुल ने यह भी कहा कि जो लोग भाग गए थे, वे भी घर लौट आए हैं।
शल्ला उपज़िला निर्बही अधिकारी अल मुक्तादिर हुसैन ने एक सार्वजनिक बयान में कहा कि आरोपी युवक को फेसबुक पर मौलाना मामूनुल हक का अपमान करने के लिए गिरफ्तार किया गया है और कानून प्रवर्तन को सौंप दिया गया है।