मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर वरिष्ठ पुलिस अधिकारी परम वीर सिंह ने गृहमंत्री पर भीषण गम्भीर आरोप लगाए हैं।
चिट्ठी में महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख पर आरोप लगाते हुए कहा गया कि पूर्व मुंबई पुलिस आयुक्त परम वीर सिंह ने कहा कि सचिन वाजे से 100 करोड़ रुपये हर महीने कलेक्ट करने को कहा था।
वहीं, इस मसले पर देशमुख ने ट्वीट कर कहा कि परमबीर सिंह ने खुद को कानूनी कार्रवाई से बचाने के लिए ऐसे आरोप लगाए हैं।
उधर इस मामले पर महाराष्ट्र की राजनीति भी शुरू हो गई है। भाजपा ने इस मसले पर तुरंत प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर गृहमंत्री अनिल देशमुख का इस्तीफा मांगा है।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि थोड़ी देर पहले परमवीर सिंह ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को एक चिट्ठी लिखी है उसमें कुछ ऐसे तथ्यात्मक बयान और आरोप लगाए हैं जिससे ज्यादा गंभीर कुछ भी नहीं हो सकता। आजाद भारत के इतिहास में शायद ही ऐसा शर्मनाक पल आया होगा जब इतने गंभीर आरोप किसी सरकार पर लगे हो।
भाटिया ने कहा कि महाराष्ट्र की भ्रष्टाचारी सरकार जबरन वसूली कर रही है। महाराष्ट्र सरकार का टैक्स कलेक्शन पर ध्यान नहीं है, बल्कि उसका जबरन वसूली पर ज्यादा ध्यान है। हमारी तरफ से स्पष्ट मांग है कि महाराष्ट्र के गृह मंत्री इस्तीफा क्यों नहीं दे रहे हैं?
आगे मुख्यमंत्री पर सवाल करते हुए भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि हमारी ये भी मांग है कि ये जो वसूली रैकेट अपनी तिजोरियां भरने के लिए महाराष्ट्र की सरकार चला रही है उस सरकार के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की क्या जिम्मेदारी है?
अंत में सरकार पर कहा कि महाराष्ट्र की इस भ्रष्टाचारी सरकार को एक मिनट भी बने रहने का कोई हक नहीं है। जिस तरह के गंभीर आरोप लगाए गए हैं तो ये कहना भी गलत नहीं होगा कि एक-एक मिनट इस सरकार का बना रहना लोकतंत्र का गला घोंटने जैसा है।