नई दिल्ली: रामलीला का मज़ाक बनाने वाले दिल्ली AIIMS के छात्रों की मुसीबत माफी मांगने के बाद भी कम नहीं हो रही है अब इस मामले पर मध्यप्रदेश सरकार के संज्ञान के बाद पुलिस केस दर्ज कर सकती है।
एम्स, नई दिल्ली में स्नातक छात्रों द्वारा प्रस्तुत रामलीला में राम, लक्ष्मण, सीता व दशरथ के लिए आपत्तिजनक शब्द इस्तेमाल किए गए थे। वहीं इस कार्यक्रम का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
अब इस मामले का मध्यप्रदेश सरकार ने भी संज्ञान लिया है। सोमवार को पत्रकारों को संबोधित करते हुए प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि मैं अधिकारियों से कहूंगा कि वह विधिसम्मत जांच करें और केस बनता है तो जीरो कायमी कर दिल्ली भेजें।
गृहमंत्री ने वीडियो को लेकर यह भी कहा कि मैंने भी निश्चित रूप से अश्लीलता और अभद्रता देखा और सुना है।
गौरतलब है कि एम्स छात्र संघ ने रविवार को एक माफी जारी की, जब दशहरा के अवसर पर एम्स के छात्रावास में किए गए रामलीला मंचन के वीडियो क्लिप में धार्मिक भावनाओं को आहत करने के लिए व्यापक रूप से सोशल मीडिया पर विरोध उत्पन्न हुआ।
एसोसिएशन ने ट्वीट किया, “छात्रों की ओर से, हम इस नाटक के मंचन के लिए क्षमा चाहते हैं, जिसका उद्देश्य किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि भविष्य में ऐसी कोई गतिविधि न हो।”