बदायूं (उत्तर प्रदेश) – बदायूं जिले में एक मुस्लिम युवक ने 17 वर्षीय दलित किशोरी को रास्ते से अगवा कर 5 दिनों दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया है। इस वीभत्स घटना में पुलिस की भी भारी लापरवाही सामने आई जोकि पीड़िता को मेडिकल न कराने को लेकर रही है।
जानकारी के अनुसार पीड़िता 28 जनवरी की सुबह करीब 11 बजे माँ के साथ इलाके में स्थित लवेला चौक के एक मकान में काम करने जा रही थी। इसी बीच किशोरी की माँ मकान में चली गई तभी रास्ते में मुस्लिम युवक आशु उर्फ साहिल ने उसे अगवा कर लिया जिसके बाद युवक ने पीड़िता को बंधक बना 5 दिनों तक दुष्कर्म किया। अगवा किये जाने की सुचना पर किशोरी को पुलिस ने नोएडा से बरामद कर बदायूं वापस पहुंचाया।
पहले भी कर चुका था दलित किशोरी का पीछा
माँ के मुताबिक पहले भी आरोपी ने उसकी बेटी का पीछा कर चूका था। जिसको लेकर करीब 3 महीने पहले आरोपी और पीड़ित किशोरी के परिवार में जमकर नोकझोक भी हुई थी।
मेडिकल परीक्षण नहीं कराने का दबाव बना रहे थे दरोगा इंतजार हुसैन
परिजनों ने आरोप लगाया कि किशोरी की बरामदगी के बावजूद दरोगा इंतजार हुसैन परिवार पर मेडिकल परीक्षण न कराने का दबाव बना रहे थे। जिसको लेकर महिला अस्पताल में परिजनों और पुलिस के बीच नोकझोक भी हुई। परिजनों ने पुलिस पर आरोपी का पक्ष लेने का भी आरोप लगाया है। उनके मुताबिक दरोगा लगातार समझौते के लिए दबाव बना रहे थे।
अगवा की जगह बहला – फुसलाकर साथ ले जाने की तहरीर लिखी
पीड़ित के परिजनों ने आरोप लगाया कि पुलिस अगवा कर दुष्कर्म करने की जगह बहला फुसलाकर साथ ले जाने का तहरीर लिख रही थी।
सुचना पर पहुंचे हिन्दू संगठनों का दबाव जब बढ़ा तो इंस्पेक्टर के हस्तक्षेप पर एससी एसटी एक्ट और पाक्सो एक्ट में मुकदमा दर्ज किया गया है। जिसके बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी संकल्प शर्मा ने बताया कि कोर्ट में किशोरी के बयान के आधार पर पुलिस कारवाई करेगी।
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