प्रयागराज: स्पेशल टास्क फोर्स, उत्तर प्रदेश ने 12 जनवरी 2017 को जीवन ज्योति हॉस्पिटल प्रयागराज के मालिक डॉ. अश्वनी कुमार बंसल की उनके हॉस्पिटल के चैम्बर में गोली मारकर हत्या की साजिश रचने वाले व जनपद प्रयागराज से 50 हजार रुपये के पुरस्कार घोषित अपराधी मोहम्मद अबरार खान को गिरफ्तार किया है।
उल्लेखनीय है कि दिनांक 12-01-2017 को समय करीब शाम 07 बजे जीवन ज्योति हॉस्पिटल के डॉ. अश्वनी कुमार बंसल हॉस्पिटल की ओपीडी में मरीज देख रहे रहे थे कि सामने वाले गेट से अचानक अन्दर आकर दो व्यक्तियों ने उन पर ताबड़तोड़ कई राउण्ड फायर किये और भाग निकले, जिसमें हॉस्पिटल में इलाज के दौरान डॉ बंसल की मृत्यु हो गयी।
इस सनसनीखेज घटना के सम्बन्ध में डॉ. बंसल के छोटे भाई प्रवीण कुमार बंसल द्वारा थाना कीडगंज, जनपद प्रयागराज में एक मुकदमा धारा 302 IPC के तहत दर्ज कराया गया था। उक्त मुकदमें के अनावरण हेतु सतत प्रयास किये जा रहे थे। इसी कड़ी में रामबाग रेलवे क्रासिंग, फ्लाईओवर ब्रिज के नीचे खड़े व्यक्ति को पकड़ने के लिए जैसे ही आगे बढ़े तो एसटीएफ टीम को देखते ही वह तेजी से भागा जिसे एसटीएफ टीम पुलिस बल की मदद से आवश्यक बल प्रयोग कर पकड़ लिया गया , जिससे उपरोक्त बरामदगी हुई ।
विस्तृत पूछताछ पर मोहम्मद अबरार खान ने बताया कि वह के पी इंटर कालेज प्रतापगढ़ से पढ़ाई किया है। पढ़ाई तथा क्रिकेट मैच खेलने एवं जमात के दौरान मेरी दोस्ती शोएब व भुलियापुर निवासी यासिर व जावेद उर्फ जब्बा और घरौरा, लालगंज निवासी मकसूद उर्फ जैद से हुई, जहाँ हम लोगों का एक ग्रुप बन गया।
मार्च 2017 में यासिर की हुई हत्या के सम्बन्ध में पूछने पर बताया कि जीवन ज्योति हास्टिल के डा. बंसल ने अपने लड़के के एडमीशन के लिए रूपये 55 लाख आलोक सिन्हा को दिये थे, लेकिन आलोक सिन्हा ने उनके लड़के का एडमीशन न कराकर पैसे हड़प लिये थे। जिसकी वजह से डा. बंसल ने आलोक सिन्हा के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा लिखवाकर जेल भिजवा दिया था।
डा. बंसल द्वारा आलोक सिन्हा के विरूद्ध अन्य राज्यों में भी पंजीकृत मुकदमों में पैरवी की जाने लगी, जिनके प्रयास से ही कर्नाटक के एक मुकदमें में वारण्ट – बी बनवाकर कर्नाटक भी पुलिस ले गयी थी। प्रयागराज की नैनी जेल में पहले से दिलीप मिश्रा, अशरफ उर्फ अख्तर कटरा, जुल्फिकार उर्फ तोता, गुलाम रसूल मौजूद थे। यह सभी लोग 01 नम्बर सर्किल के बी – क्लास बैरक में निरूद्ध थे, और उसी बैरक में आलोक सिन्हा भी पहुंच गये। उसी बैरक में आलोक सिन्हा ने डा. बंसल की हत्या कराने की बात किया, जिस पर दिलीप मिश्रा, अशरफ उर्फ अख्तर कटरा तैयार हो गये और दिलीप मिश्रा, अशरफ उर्फ अख्तर ने मेरे माध्यम से मकसूद उर्फ जैद, यासिर तथा शोएब से सम्पर्क किया और कहा कि डा. बंसल की हत्या करनी है।
जिसके एवज में रूपये 15 लाख नगद तथा रूपये 55 लाख बाद में मिलेंगे, जिसके लिए 15 लाख रूपये 02 पिस्टल तथा एक मोटर साईकिल मुझे उपलब्ध करायी गयी। 12 जनवरी 2017 को शाम करीब 07 बजे शोएब तथा यासिर व मकसूद मोटरसाइकिल से जीवन ज्योति हास्पिटल पहुंचे। मकसूद गाड़ी चला रहा था, जो हास्पिटल के सामने ही खड़ा रहा। शोएब व यासिर ने डा. बंसल के चैम्बर में जाकर अपने – अपने पिस्टल से फायर करके उनकी हत्या कर दी और मकसूद के साथ उसी मोटरसाइकिल से फरार हो गये।
घटना के बाद मकसूद और यासिर के बीच में पैसे को लेकर झगड़ा हो गया, जिसपर शोएब व मकसूद ने घटना के लगभग डेढ़ महीने बाद यासिर की हत्या कर दी, जिसमें मकसूद पकड़ा गया लेकिन शोएब का नाम नहीं आया। गिरफ्तार अभियुक्त के विरूद्ध थाना कीडगंज जनपद- प्रयागराज में पंजीकृत उपरोक्त अभियोग में दाखिल कर अग्रिम वैधानिक कार्यवाही स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है।