लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी में प्रशासन द्वारा शिव मंदिर को बुलडोजर से गिराए जाने के बाद से स्थानीय लोगों का गुस्सा फुट गया। इस अचानक हुई कार्यवाही से क्षेत्र में तनाव का माहौल बना हुआ है। घटना लखनऊ के कृष्णा विहार कॉलोनी की है जहाँ स्थानीय लोगों ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए CM योगी से घटना की लिखित शिकायत की है।
क्या था मामला
स्थानीय लोगों का आरोप है कि तहसीलदार संजय कन्नौजिया की देखरेख में प्रशासनिक टीम ने बिना किसी पूर्व सूचना के मंदिर को गिराने की कार्रवाई की। यह घटना रविवार सुबह 10 बजे की है जब संजय कन्नौजिया अपने दल-बल और एक बुलडोजर के साथ कृष्ण विहार कॉलोनी पहुंचे। स्थानीय लोगों के अनुसार, प्रशासनिक टीम ने बिना किसी पूर्व सूचना या नोटिस के मंदिर गिराने की कार्रवाई शुरू कर दी। मात्र 15 मिनट के अंदर पूरा मंदिर जमींदोज कर दिया गया। आरोप है कि अधिकारी इस दौरान मंदिर का सामान और शिवलिंग भी अपने साथ ले गए।
CM तक पहुंची बात
स्थानीय निवासियों ने अधिकारीयों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि मंदिर को गिराने से पहले किसी भी प्रकार की सूचना नहीं दी गई थी। इस अचानक हुई कार्यवाही से लोग हैरान हैं। स्थानीय निवासियों ने इस घटना की लिखित शिकायत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से की है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग की है।
महिलाओं के साथ अभद्रता
घटना के दौरान पुलिसकर्मियों पर महिलाओं के साथ बदसलूकी और गाली-गलौज करने के गंभीर आरोप लगे हैं। महिलाओं ने बताया कि उन्हें जबरन वहां से हटाया गया और उनके साथ बदसलूकी की गई। स्थानीय महिलाओं का यह भी कहना है कि पुलिस ने उन्हें धक्का देकर भगाया और अभद्र भाषा का प्रयोग किया। यह बेहद निंदनीय है। वहीँ इस मामले पर प्रशासन की ओर से अभी तक कोई स्पष्ट बयान नहीं आया है।
इस घटना के बाद स्थानीय लोग काफी गुस्से में हैं और उन्होंने विरोध प्रदर्शन की चेतावनी भी दी है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से इस कार्रवाई पर स्पष्टीकरण मांगा है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की भी अपील की है। बता दें कि सोशल मीडिया पर मंदिर गिराने की वीडियो लगातार वायरल हो रही हैं।
Nancy Dwivedi
Nancy Dwivedi reports for Neo Politico.