ताजनगरी आगरा में मेट्रो प्रॉजेक्ट पर काम शुरु हो चुका है। आगरा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (AMRC) के एमडी कुमार केशव ने भी मेट्रो की कई खूबियां गिनाई हैं। जिससे आने वाले दिनों में शहर वासियो को सहूलियत प्रदान होगी।
आगरा में 2022 से मेट्रो चलने की उम्मीद लगाई जा रही है वहीं पहले चरण में ताज से सिकंदरा के बीच 13 स्टेशन, दूसरे कॉरिडोर में 16 स्टेशन बनाए जाएंगे। प्रोजेक्ट के तहत पुरे शहर में मेट्रो का जाल बिछाया जायेगा जिससे बढ़ रहे जाम व प्रदुषण से आगरा को निजात मिल सके। साथ ही आगरा मेट्रो इस बार ऑस्ट्रेलियन तकनीक का अडवांस सिग्नल सिस्टम प्रयोग में लाने जा रहा है जिससे मेट्रो लगातार सुचारु रूप से यात्रियों को उनके गंतव्य तक पंहुचा सकेगी।
आगरा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (AMRC) के मैनेजिंग डायरेक्टर कुमार केशव का कहना है कि आगरा की मेट्रो दिल्ली-नोएडा और लखनऊ (LMRC) से ज्यादा खूबियों वाली है। साथ ही इससे आगरा के 10 हजार लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है। यही नहीं पर्यटन और अन्य उद्योगों को भी काफी फायदा होने वाला है। आगरा में टीडीआई मॉल के पास मेट्रो का पहला स्टेशन बनाए जाने का काम शुरू हो चुका है।
आइए जानते हैं आगरा मेट्रो की खास बातें…
8380 करोड़ का प्रॉजेक्ट, 7.5 लाख करेंगे रोज सफर
पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रॉजेक्ट में शुमार आगरा मेट्रो जबरदस्त खूबियों वाली है।
आगरा मेट्रो प्रॉजेक्ट 8380 करोड़ रुपये का है। इसमें केंद्र और प्रदेश सरकार दोनों ही तरफ से बजट जारी हुआ है।
एएमआरसी के एमडी केशव कुमार के मुताबिक प्रॉजेक्ट पांच साल में पूरा होगा और इसके पहले कॉरिडोर का काम 2022 तक पूरा करने का लक्ष्य है।
प्रॉजेक्ट के दायरे में आगरा की 26 लाख की आबादी आएगी। अनुमान है कि मेट्रो के दोनों कॉरिडोर का काम पूरा होने के बाद करीब 7.5 लाख लोग प्रतिदिन सफर कर सकेंगे।
80 किमी होगी रफ्तार, पहले कॉरिडोर में 13 स्टेशन :
आगरा में मेट्रो 80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी। जोकि दिल्ली मेट्रो की मौजूदा रफ़्तार से कहीं अधिक है। तीन कोच की मेट्रो के एक कोच की कीमत आठ करोड़ रुपये है। इसमें हर सुविधा मौजूद होगी। आगरा में दो कॉरिडोर में मेट्रो के 29 स्टेशन चयनित हैं। इनमें से 13 स्टेशन पहले कॉरिडोर में और दूसरे में 16 स्टेशन होंगे। उच्च तकनीक की एलईडी लाइट और डिस्प्ले स्क्रीन की व्यवस्था के साथ एयरकंडीशन और अन्य सभी जरूरी सुविधाएं मेट्रो कोच में होंगी।
हर 5 मिनट में मिलेगी मेट्रो
दैनिक यात्रियों की जरूरत को ध्यान में रखते हुए स्टेशनों पर लिफ्ट और स्वचालित सीढ़ियां भी प्रस्तावित हैं। दस स्टेशनों पर पार्किंग और कुछ स्टेशनों पर बड़ी पार्किंग की भी व्यवस्था की गई है। अंडरग्राउंड पार्किंग के लिए भी विचार किया जा रहा है।
ऑस्ट्रेलियन तकनीक का अडवांस सिग्नल सिस्टम मेट्रो की रफ्तार पर कभी ब्रेक नहीं लगने देगा। हर 5 मिनट की फ्रीक्वेंसी पर यात्रियों को मेट्रो मिल सकेगी। हालाँकि यह दिल्ली मेट्रो की फ्रीक्वेंसी ,जोकि पीक हॉर्स में 2 मिनट होती है, के मामले में अभी पीछे है।
परियोजना को शुरु करने का सबसे बड़ा कारण भी ट्रैफिक के फेर से शहर को छुटकारा दिलाने का था। आगरा में मेट्रो शुरू होने से सड़कों पर ट्रैफिक का भार कम होगा, जिससे पर्यावरण भी अनूकूल रहेगा। सभी प्रमुख स्मारकों तक मेट्रो होने से पर्यटकों को काफी राहत मिलेगी।
पहला कॉरिडोर 14 किमी और दूसरा 16 किमी का होगा। पहला कॉरिडोर ताजमहल पूर्वी गेट से सिकन्दरा तक होगा। इसका पहला सेक्शन जामा मस्जिद तक बनाया जा रहा है। 14 किमी के कॉरिडोर में मेट्रो 7 किमी से ज्यादा की दूरी जमीन के नीचे तय करेगी, जबकि दूसरा कॉरिडोर पूरी तरह एलिवेटेड होगा।
सिकंदरा, आईएसबीटी बस स्टैंड, गुरुद्वारा गुरु का ताल,आरबीएस कॉलेज चौराहा, राजामंडी, सेंट जोंस चौराहा, एसएन मेडिकल कॉलेज, जामा मस्जिद, आगरा फोर्ट, ताजमहल, फतेहाबाद रोड, बसई और ताजपूर्वी गेट पहले चरण में शामिल किये गए है।
दूसरे कॉरिडोर में इन इलाकों तक मेट्रो
आगरा कैंट से कालिंदी विहार तक बनने वाले दूसरे कॉरिडोर में आगरा कैंट स्टेशन, सदर सुल्तानपुरा, सदर बाजार, कलेक्ट्रेट, सुभाष पार्क, सेंट जोंस, हरीपर्वत, संजय प्लेस, एमजी रोड, सुल्तानगंज पुलिया, कमला नगर, रामबाग, फाउड्री नगर, मंडी समिति और कालिंदी विहार स्टेशन होंगे।
कुछ साल होंगे परेशानी भरे
आगरा वासियों को मेट्रो पर बैठने के लिए कुछ कुर्बानियां भी देनी पड़ेंगी। प्रोजेक्ट की शुरुआत टीडीआई मॉल के सामने हो रही है। यहां पिलर खड़े करने के लिए गड्ढे खोदने का काम शुरू हो गया है। आने वाले समय में काम के दौरान लोगों को सड़कों पर निर्माण की वजह से जाम की समस्या से जूझना पड़ेगा। प्रॉजेक्ट के चलते कई मार्ग भी कुछ अरसे के लिए बाधित होंगे।
Vivek covers Uttar Pradesh for Falana Dikhana.