ग्वालियर: मध्यप्रदेश में कांग्रेस द्वारा गोडसे भक्त को अपनी पार्टी में शामिल करने से विवाद खड़ा हो गया है।
दरअसल कल मध्यप्रदेश कांग्रेस में हिन्दू महासभा के नेता बाबूलाल चौरसिया को शामिल किया गया है। इसकी जानकारी मध्यप्रदेश कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से साझा की।
जिसमें कहा कि “ग्वालियर के वार्ड 44 के पार्षद एवं हिन्दू महासभा के नेता श्री बाबूलाल चौरसिया आज प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ जी की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हुए। श्री चौरसिया जी का कांग्रेस परिवार में स्वागत है।”
हालांकि चौरसिया के कांग्रेस में शामिल होते ही बवाल खड़ा हो गया तो बाबूलाल भी सफाई देने में आ गए। उन्होंने न्यूज एजेंसी ANI से कहा कि “मैं जन्मजात कांग्रेसी हूं। हिन्दू महासभा ने मुझे अंधेरे में रखकर गोडसे की पूजा कराई थी। पिछले 2-3 साल से मैं इनके इस तरह के कार्यक्रम से दूरी बनाकर चल रहा था। मेरे मन में हिन्दू महासभा की विचारधारा समाहित नहीं हो सकी।”
उधर इस मसले पर भाजपा को भी चुटकी लेने का ऑफर मिल गया। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि “महात्मा गांधी जी की आत्मा को कितना दुख हो रहा होगा। कमलनाथ की मौजूदगी में नाथूराम गोडसे के भक्त हिंदू महासभा के नेता बाबूलाल चौरसिया कांग्रेस में शामिल।कांग्रेस चरित्रहीन हो गई है।”
गौरतलब है कि अगस्त 2019 में ग्वालियर में दौलतगंत स्थित कार्यालय पर वर्तमान कांग्रेस नेता ने गोडसे की तस्वीर पर माल्यार्पण कर आरती उतारी थी। इसके बाद मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा, जिसमें गोडसे के अंतिम अदालती बयान को स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल करने सहित अन्य कई मांग रखी गई थी।
इस दौरान हिंदू महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कैलाश नारायण शर्मा व तत्कालीन पार्षद बाबूलाल चौरसिया ने गोडसे के अंतिम बयान को एक लाख लोगों तक पहुंचाने का संकल्प दिलाया था।। इसके बाद कार्यालय पर ही तहसीलदार को चार सूत्रीय ज्ञापन सौंपा गया था।