रायपुर: छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल के पिता नंद कुमार बघेल के खिलाफ ब्राह्मण समाज सड़कों पर उतर आया है। दर्शन नंदकुमार पिछले कई दिनों से ब्राह्मणों के खिलाफ अभद्र टिप्पणी और विद्वेष फैलाने का कार्य कर रहे हैं। उन्होंने ब्राह्मणों को विदेशी बताकर बहिष्कार करने की बातें कहीं थी। जिसको लेकर ब्राह्मण समाज में काफी रोष है।
आज जगह-जगह नंद कुमार के खिलाफ प्रदर्शन किया जा रहा है। कहीं नंदकुमार का पुतला दहन किया गया, तो कहीं उनकी फोटो जूतों तले रौंदी गई। विरोध प्रदर्शन के साथ- साथ नन्द कुमार के खिलाफ एफआइआर भी दर्ज़ कराई जा चुकी है। नंद कुमार बघेल के खिलाफ रायपुर जिले के दीनदयाल नगर थाने में धारा 153 (A) और 505 (1) (b) के अंतर्गत विभिन्न समुदायों के बीच शत्रुता घृणा या वैमनस्य की भावना पैदा करने के आरोप में FIR हुई है।
वहीं इस मामले में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि पिता के इस बयान से मुझे भी दुख हुआ है। सरकार में कानून के ऊपर कोई भी नही है। उन्होंने कहा कि इस मामले में पुलिस कानून के मुताबिक कार्रवाई करेगी।
आपको बता दे कि बीते दिनों बघेल ने स्थानीय मीडिया से कहा “मैं भारत के सभी ग्रामीणों से आग्रह कर रहा हूं कि ब्राह्मणों को अपने गांवों में प्रवेश न करने दें। मैं हर दूसरे समुदाय से बात करूंगा ताकि हम उनका बहिष्कार कर सकें। ब्राह्मण सुधर जाएं या वोल्गा नदी (यूरोप की सबसे लंबी नदी) के तट पर वापस जाने के लिए तैयार रहें।” उन्होंने कहा, “दक्षिण में स्टालिन ने कहा है कि सभी मंदिरों को शिक्षा केंद्र बनाएंगे। वहां तो अनाथ हो गए हैं, ऐसी दुर्गति उत्तर प्रदेश में भी होगी।”
इससे पहले भी नंद कुमार बघेल ने दिसंबर 2018 में भूपेश बघेल सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार में ब्राह्मणों को शामिल करने पर भी विरोध किया था। उन्होंने कहा था कि ब्राह्मणो को जितना हिस्सा मिलना था उतना हिस्सा मिल चुका है इसकी बजाय उन्होंने कवर्धा से विधायक मोहम्मद अकबर को मंत्री बनाये जाने का समर्थन किया था।
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