उज्जैन: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को उज्जैन में महाकाल के दर्शन करने के बाद कहा कि अगली महाशिवरात्रि यहां पर अयोध्या की तर्ज पर धूमधाम से मनाई जाएगी।
मुख्यमंत्री ने अपने उज्जैन प्रवास के दौरान आज प्रवचन हाल में उज्जैन के प्रमुख साधु संतों का सम्मान किया। उन्होंने स्वागत के बाद संबोधन में कहा कि सन्तों के आशीर्वाद और मार्गदर्शन से रामराज की परिकल्पना के साथ प्रदेश की जनता की सेवा होती रहे यही कामना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उज्जैन अद्भुत नगरी है। आगामी महाशिवरात्रि 22 फरवरी के पूर्व महाकाल की नगरी को सजाया जाएगा और सभी लोग आनंद से महाशिवरात्रि पर्व मनाएंगे।
महाकाल मंदिर परिसर विस्तार योजना का निरीक्षण
इसके अलावा मुख्यमंत्री ने महाकाल महाराज मंदिर परिसर विस्तार योजना (जो कि बड़ा रुद्रसागर मैं तैयार की जा रही है,) का स्थल निरीक्षण किया। उन्होंने पैदल चलकर विभिन्न निर्माण कार्यों को देखा एवं उनके बारे में कलेक्टर आशीष सिंह से जानकारी प्राप्त की।
निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विकास योजना के तहत बनाए जा रहे हैं आधार स्तंभ, भित्ति चित्रों एवं म्यूरल वाल का निरीक्षण किया। उन्होंने कमल तालाब को देखा और सप्त ऋषि मंडल, शिव आनंद तांडव स्तंभ, शिव स्तंभ, शिव मूर्तियां, त्रिपुरासुर वध आदि पॉइंट पर जाकर जानकारी प्राप्त की।
कुल 730 सौ करोड़ रुपए की है विस्तार योजना
मुख्यमंत्री ने निरीक्षण स्थल पर मौजूद मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि श्री महाकाल महाराज मंदिर परिसर विस्तार योजना कुल 730 सौ करोड़ रुपए की है, जिसमें से 368 करोड़ के निर्माण कार्य चल रहे हैं। उन्होंने बताया कि सभी निर्माण कार्य महाशिवरात्रि के पहले पूरे कर लिए जाएं, इस आशय के निर्देश दिए गए हैं।
कथाओं का अंकन होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय संस्कृति एवं महाकाल से जुड़ी हुई कथाएं, परंपराएं, मान्यताएं आदि का अंकन इस पूरे परिसर में इस तरह से किया जाएगा कि तीर्थयात्रियों को अलौकिक अनुभव प्राप्त हो। उन्होंने कहा कि त्रिवेणी संग्रहालय से महाकालेश्वर मंदिर तक जाने वाले पाथवे पर 108 खंबे बनाए जा रहे हैं, जिनमें प्रत्येक खंबे पर धार्मिक परंपरा इतिहास से जुड़ी हुई कथाओं का अंकन होगा।